
आलोक मित्तल

छत्तीसगढ़ का प्रथम लोक पर्व हरेली सावन अमावस पर धूमधाम से मनाई जा रही है । कृषि प्रधान राज्य में कृषि आधारित इस पर्व में कृषि कार्य के प्रथम चरण के पूरा होने की खुशी में कृषि औजारों और धरती माता की पूजा अर्चना के इस कार्यक्रम पर्व में गजब का उत्साह देखा जा रहा है। खासकर ग्रामीण इलाकों में इसे लेकर काफी उत्साह है। सुबह से ही कृषक परिवार घरों में कृषि उपकरणों की पूजा करते देखे जा रहे हैं , तो वहीं महिलाओं द्वारा घरो में पारंपरिक पकवान बनाए जा रहे हैं। बच्चे और युवा गेड़ी चढ़ते और नारियल फेंक प्रतियोगिता में हिस्सा लेते देखे जा रहे हैं। गांव और शहरों में भी इस दिन वृक्षारोपण आदि के कार्यक्रम संपन्न हो रहे हैं। प्रदेश सरकार ने हरेली पर्व से सरकारी स्तर पर गोमूत्र खरीदी की योजना आरंभ की है। कीटनाशक बनाने के मकसद से ₹4 प्रति लीटर की दर से सरकार गोमूत्र खरीद रही है। इसकी शुरुआत मुख्यमंत्री पाटन विकासखंड के करसा गांव में आयोजित हरेली उत्सव से कर रहे हैं।

बिलासपुर में भी हरेली पर्व पर महापौर रामशरण यादव, सभापति शेख नजीरुद्दीन, निगम आयुक्त अजय त्रिपाठी , कांग्रेस ग्रामीण अध्यक्ष विजय केशरवानी आदि मोपका गौठान पहुंचे, जहां कृषि उपकरणों की पूजा अर्चना की गई। तत्पश्चात गायों को चारा खिलाया गया और यहां महापौर की उपस्थिति में गोमूत्र खरीदी आरंभ की गई। छत्तीसगढ़ देश का एकमात्र ऐसा प्रदेश है जहां गोबर और गोमूत्र की खरीदी सरकारी स्तर पर की जा रही है। इसे किसानों और गरीबों के लिए हितकारी बताते हुए मील का पत्थर कहा गया। महापौर रामशरण यादव ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार की इस योजना से ना केवल गोवंश का हित होगा बल्कि गरीबों और किसानों की आय में भी बढ़ोतरी होगी । इसके साथ ही जैविक खेती की ओर भी किसान आकृष्ट होंगे।
