अक्षय कंसल्टेंसी के संचालक संजय नारंग और अनीता नारंग द्वारा पोस्ट ऑफिस मैं विभिन्न योजनाओं में निवेश करने वाले निवेशको के 3 करोड़ से अधिक की राशि का गबन करने के मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। संजय नारंग अपनी पत्नी अनीता नारंग के साथ अक्षय कंसलटेंसी का संचालन किया करता था । वह पोस्ट ऑफिस का अधिकृत एजेंट भी था। यही कारण है कि पोस्ट ऑफिस में संचालित विभिन्न योजनाओं के लिए उसने ग्राहकों से राशि ली थी जिसे उसने जमा ही नहीं किया था। इतना ही नहीं कई ग्राहकों की पॉलिसी मैच्योर होने से पहले ही उसने अपरिपक्वता की स्थिति में ही राशि निकाल ली थी । इस मामले में जून महीने में सिविल लाइन थाने में संजय नारंग और अनीता नारंग के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला पंजीबद्ध किया गया था । जांच के दौरान पुलिस को ज्ञात हुआ कि 27 खोली निवासी प्रदीप भाटिया, संजय नारंग का करीबी रिश्तेदार है, जो पिछले 10 सालों से उसके हर अपराध का भागीदारी भी था। प्रदीप भाटिया एक अकाउंटेंट के तौर पर संजय नारंग का काम संभाल रहा था और अधिकांश ग्राहकों ने रकम भी प्रदीप भाटिया को ही दी थी। इस मामले में दोनों मुख्य आरोपियों की तरह प्रदीप भाटिया भी फरार था। जिसे पुलिस ने जबलपुर से गिरफ्तार किया है। 20 अगस्त को दर्ज शिकायत में एक दर्जन से अधिक शिकायत कर्ताओं ने संजय नारंग और अनीता नारंग के साथ प्रदीप भाटिया के खिलाफ भी धोखाधड़ी का मामला पंजीबद्ध किया था। माना जा रहा है कि इन लोगों ने तीन करोड़ से भी अधिक की राशि का घपला किया है । इनमें से एक के गिरफ्तार हो जाने से अब उम्मीद की जा रही है कि मामले मैं और भी महत्वपूर्ण खुलासे होंगे साथ ही दोनों फरार मुख्य आरोपियों तक भी पुलिस पहुंच सकेगी।