प्रवीर भट्टाचार्य
आदर्शों की बातें कहने भर से उसका कोई प्रभाव नहीं पड़ता लेकिन जब आदर्शों की बात करने वाले स्वयं अपने जीवन में उन्ही आदर्शों को आत्मसात कर लेते हैं और उन आदर्शों को लगातार चरितार्थ करते हैं ,तब वे आदर्श शत प्रतिशत प्रभावी होने लगते हैं। ऐसा ही कुछ कन्या महाविद्यालय की छात्राओं ने किया है। इस बुधवार को बिलासा कन्या महाविद्यालय का वार्षिक उत्सव समारोह था। अतिथियों के साथ बड़ी संख्या में छात्राएं जुटी तो स्वाभाविक तौर पर परिसर में गंदगी भी पसर गई, लेकिन अगले दिन सफाई कर्मियों पर सफाई की जिम्मेदारी छोड़ने की बजाय गर्ल्स डिग्री कॉलेज की पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष शोन्ति पटेल, सचिव मेघा तिवारी, रसिका ठाकरे ने हमेशा की तरह सफाई की जिम्मेदारी अपने कंधों पर उठा ली और उन्होंने महाविद्यालय परिसर में फैली गंदगी की सफाई शुरू कर दी ।
उनकी देखा देखी महाविद्यालय की अन्य छात्राएं भी इसमें शामिल हुई और देखते ही देखते पूरा परिसर स्वच्छ हो गया। स्वच्छ भारत अभियान के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं समय-समय पर इसी तरह सफाई करते देखे गए हैं। गर्ल्स डिग्री कॉलेज की कुछ पूर्व छात्राओं ने इससे पहले भी कई मर्तबा इसी तरह कभी छठ घाट में तो कभी कोई और सफाई कर अपने इरादे जाहिर किए हैं। इन गुमनाम नायकों को भले ही बड़ी प्रसिद्धि ना मिली हो लेकिन एक आदर्श को जीने वाली छात्राओं ने प्रचार-प्रसार से दूर जब भी अवसर मिला अपने स्तर पर यह प्रयास जरूर किया। यही सच है कि देश के लिए कुछ कर गुजरने के लिए हमेशा सरहद पर जाकर जंग लड़ने की जरूरत नहीं पड़ती। इसी तरह अगर हर नागरिक अपनी छोटी-छोटी जिम्मेदारियों का भी ईमानदारी से निर्वहन करें तो यह भी राष्ट्रभक्ति है। बुधवार को महा विद्यालय के वार्षिक उत्सव के बाद अतिथि तो चले गए लेकिन उनके जाने के बाद जिससे तरह पूर्व छात्राओं की प्रेरणा पाकर महाविद्यालय की छात्राओं ने परिसर में जो सफाई अभियान छेड़ा वह स्वयं में नजीर है ,जिसकी प्राध्यापक गणों ने भी भूरी भूरी प्रशंसा की है।