डेस्क

नाबालिग से दुष्कर्म मामले में पुलिस ने फरार पांचवें और मुख्य आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया है। 26 जनवरी को सरकंडा क्षेत्र में रहने वाली स्कूली छात्रा अपनी छोटी बहन के साथ देवकीनंदन स्कूल में होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम को देखकर घर लौट रही थी। जब दोनों जबरा पारा चौक पहुंचे तो उनके पड़ोसी दीपक सिंह ने अपनी कार में लिफ्ट देकर उसे घर छोड़ने का ऑफर दिया। उस कार में दीपक सिंह के साथ उसके कुछ दोस्त भी सवार थे। शुरू में तो किशोरी ने इसके लिए मना किया लेकिन जोर देने पर वह अपनी बहन के साथ दीपक सिंह के आई10 कार क्रमांक सीजी 13 सी 3331 में बैठ गई। लेकिन आरोपी दोनों स्कूली छात्राओं को घर छोड़ने की बजाय उन्हें लेकर बिरकोना क्षेत्र के सुनसान इलाके में पहुंच गए। जहां सबने चाऊमीन और कोल्ड ड्रिंक खाया पिया। इसी बीच दीपक ने आपने दो और साथियों योगेश वर्मा और राहुल देवांगन को भी वही बुला लिया। इसी बीच छात्रा ने लघुशंका में जाने की बात कही तो योगेश वर्मा उसे टॉयलेट दिखाने के नाम पर पास के जर्जर मकान में ले गया, जहां उसकी नियत बिगड़ गई और उसने स्कूली छात्रा के साथ अश्लील हरकत करना शुरू कर दिया। जब पीड़ित किशोरी ने उसे ऐसा करने से मना किया तो योगेश ने अपना बेल्ट निकाल कर उसे मारा पीटा और उसे डरा धमका कर उसके साथ शारीरिक संबंध बनाया। जिसके बाद उसने यह बात किसी को नहीं बताने की धमकी दी और मौके से फरार हो गया। इस घटना के बाद कार चालक ने पीड़िता और उसकी छोटी बहन को सरकंडा पुल के पास छोड़ा और सब भाग गए।

घर लौट कर पीड़ित छात्रा ने घटना का जिक्र अपने पिता और सहेली से किया ।इसके बाद सरकंडा थाने में पास्को एक्ट और धारा 376, 34 के तहत मामला पंजीबद्ध कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी गई। पुलिस ने जबडा पारा पुराना पुल के पास से अशोकनगर बिरकोन तक सीसीटीवी कैमरे के फुटेज चेक किए तो उन्हें कार के लोकेशन और मालिक की जानकारी हुई जिसके आधार पर आई 10 कार के मालिक दीपक सिंह ठाकुर को पुलिस ने सबसे पहले गिरफ्तार किया। दीपक सिंह के मोबाइल लोकेशन के आधार पर पुलिस जबड़ा पारा स्थित उसके घर पहुंची लेकिन दीपक सिंह घर से फरार था। इस बीच पुलिस को सूचना मिली कि दीपक सिंह राजकिशोर नगर में अपने दोस्त के यहां छुपा हुआ है और रायपुर भागने की तैयारी कर रहा है ।इसके बाद पुलिस ने तत्काल घेराबंदी कर दीपक सिंह को घटना में प्रयुक्त कार के साथ धर दबोचा ,जिससे पूछताछ में अन्य आरोपियों का खुलासा हुआ ।दीपक ने बताया कि योगेश वर्मा राहुल देवांगन और अन्य तीन नाबालिग दोस्तों के साथ मिलकर उन्होंने इस घटना को अंजाम दिया था लेकिन पुलिस ने जब आरोपियों की तलाश शुरू की तो सभी फरार पाए गए, लेकिन पुलिस ने भी हिम्मत नहीं हारी और सभी संभावित ठिकानों पर दिन भर तलाश जारी रखी। इसी बीच घटना में शामिल तीन नाबालिग आरोपी अरपा नदी के पास धर दबोचे गए लेकिन मामले का मुख्य आरोपी योगेश वर्मा और उसका साथी राहुल देवांगन लगातार अपना लोकेशन बदल रहे थे । दोनों शातिर लगातार अलग-अलग नंबरों का भी इस्तेमाल अपने घर वालों से संपर्क में कर रहे थे, लेकिन बकरे की मां कब तक खैर मनाती। रात होने तक दोनों धर दबोच लिए गए। पुलिस ने घटना के 24 घंटे के भीतर ही सभी पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, हालांकि स्कूली छात्रा के साथ बलात्कार योगेश वर्मा ने हीं किया था और दोनों छात्रा अपनी मर्जी से कार में सवार हुई थी ।इसलिए उन पर अपहरण का मामला भी नहीं बन रहा है फिर भी गेहूं के साथ घुन भी पिसता है की तर्ज पर तीन नाबालिग आरोपियों के साथ अन्य भी मामले में आरोपी बनाए गए हैं जिन्हें गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किया गया है। इस पूरे मामले को निपटाने में थाना प्रभारी जयप्रकाश गुप्ता के साथ साइबर सेल के हेमंत आदित्य मनोरमा तिवारी जितेश सिंह प्रमोद सिंह बलबीर सिंह सोनू पाल लगन खांडेकर और आशीष राठौर की विशेष भूमिका रही लेकिन इस मामले में पुलिस पर भी कई सवाल खड़े हो रहे हैं क्योंकि बलात्कार का मुख्य आरोपी योगेश ने 2 दिन पहले ही सरकंडा क्षेत्र में दो युवकों के साथ मारपीट की थी जिसकी शिकायत भी थाने में दर्ज थी अगर पुलिस उसे समय रहते गिरफ्तार कर लेती तो फिर किशोरी का बलात्कार नहीं हो पाता। इसलिए पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।

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