
मो नासिर
बिलासपुर के कुछ इलाके ऐसे हैं जहां सड़क की पटरियो पर दुकान लगाने वालों का मजमा रोज लगता है । हैरानी इस बात की है कि बिलासपुर शहर के सबसे सुरक्षित माने जाने वाले कलेक्टर और कमिश्नर के बंगले के आसपास भी कुछ लोग सड़क किनारे दुकान लगाने से गुरेज नहीं कर रहे। अक्सर बाहर से आकर कभी कपड़े, कभी खिलौने तो कभी कुछ और सामान के इसी तरह की दुकान सजाकर बैठने वालों के खिलाफ मंगलवार को पुलिस ने कार्यवाही की। जांच में पता चला कि बाहर से आने वाले ऐसे कारोबारियों ने शहर में मुसाफिरी तक दर्ज नहीं कराई है। बिलासपुर में लगातार हो रही चोरी और अन्य अपराधों में बाहरी गिरोह के शामिल होने की खबरों के बाद अनिवार्य रूप से मुसाफिरी दर्ज कराना जरूरी है लेकिन फिर भी उसका पालन नहीं हो रहा। मंगलवार की कार्यवाही में कमिश्नर कलेक्टर के बंगले वाले इलाके से ऐसे ही दुकान लगाने वालों को खदेड़ कर पुलिस ने साफ चेतावनी दी कि बिना मुसाफिरी दर्ज कराएं अगली बार नजर आए तो उन्हें सीधा हवालात की हवा खानी पड़ेगी । वैसे इसी तरह के दुकाने कलेक्ट्रेट रोड में भी लगातार सजती है ।सदर बाजार, गोल बाजार का क्षेत्र तो स्थाई रूप से इनके अड्डे बन चुके हैं। बिलासपुर में ऐसी कोई जगह नहीं है जहां इस तरह की दुकानें नहीं लग रही हो। बाहर से आकर कारोबार के नाम पर इनका असली मकसद क्या है कोई नहीं जानता, इसलिए सुरक्षा के लिहाज से इनका मुसाफिरी यानी नाम पता, वेरफिकेशन दर्ज होना बेहद जरूरी है। उम्मीद की जा रही है कि मंगलवार की कार्यवाही के बाद कुछ तो सकारात्मक असर होगा।