

बिलासपुर, 05 जून 2025:
शहर में यातायात व्यवस्था को सुचारु बनाए रखने और छात्र-छात्राओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से आज चेतना भवन, बिलासपुर में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री रजनेश सिंह ने की, जिसमें जिले के सभी प्रमुख कोचिंग संस्थानों के संचालक एवं प्रबंधकगण उपस्थित रहे। बैठक में कोचिंग संस्थानों के बाहर होने वाली यातायात अव्यवस्था पर गंभीरता से चर्चा की गई और उसके निराकरण हेतु कई महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए गए।

प्रमुख निर्देश और चर्चा के बिंदु:
🔹 यातायात नियमों का कड़ाई से पालन अनिवार्य:
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री रजनेश सिंह ने कोचिंग संचालकों को स्पष्ट निर्देश दिए कि उनके संस्थानों से जुड़े सभी छात्र-छात्राएं, स्टाफ तथा सहयोगी कर्मचारी यातायात नियमों का पूर्ण रूप से पालन करें। नियमों की अनदेखी की स्थिति में संबंधित कोचिंग संस्थान की जिम्मेदारी तय की जाएगी।

🔹 बेतरतीब पार्किंग पर सख्त कार्रवाई:
यह देखा गया है कि कई कोचिंग संस्थानों के बाहर छात्रों और स्टाफ द्वारा दोपहिया व चारपहिया वाहन अव्यवस्थित ढंग से मुख्य मार्ग पर खड़े किए जाते हैं, जिससे यातायात में बाधा उत्पन्न होती है। ऐसे मामलों में अब यातायात पुलिस द्वारा कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
🔹 पार्किंग व्यवस्था को लेकर विशेष निर्देश:
सभी कोचिंग संस्थानों को निर्देशित किया गया कि वे अपने परिसर में या आसपास समुचित पार्किंग की व्यवस्था सुनिश्चित करें। यदि जगह की कमी है, तो वैकल्पिक पार्किंग की व्यवस्था की जाए, जिससे सड़क पर वाहन खड़े न हों।
🔹 फ्लेक्सी व बोर्ड लगाने का निर्देश:
कोचिंग संस्थानों के सामने यातायात नियमों की जानकारी और उनके उल्लंघन पर लगने वाली जुर्माना राशि का विवरण दर्शाते हुए फ्लेक्स और बोर्ड लगाने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अतिरिक्त, लेक्चर हॉल में ब्लैकबोर्ड या प्रोजेक्शन स्क्रीन के समीप यातायात नियमों से संबंधित तालिका लगाना अनिवार्य किया गया है।

🔹 नाबालिग वाहन चालकों पर चेतावनी:
नाबालिग छात्र-छात्राओं द्वारा वाहन चलाकर कोचिंग आने की घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए निर्देशित किया गया कि ऐसे मामलों में कोचिंग संस्थान अभिभावकों को बुलाकर समझाइश दें। साथ ही, यह सुनिश्चित किया जाए कि केवल लाइसेंसधारी और पात्र वाहन चालक ही विद्यार्थियों को संस्थान तक पहुंचाएं।
🔹 सुरक्षा गार्ड की नियुक्ति अनिवार्य:
मुख्य मार्ग पर स्थित कोचिंग संस्थानों को परिसर के बाहर सुरक्षा गार्ड नियुक्त करने के निर्देश दिए गए हैं, जो यातायात व्यवस्था में सहयोग कर सकें और छात्रों को सुरक्षित मार्गदर्शन दे सकें।
🔹 यातायात जागरूकता कार्यक्रम:
हर कोचिंग संस्थान में नियमित रूप से “यातायात पाठशाला” के अंतर्गत सेमिनार और व्याख्यानमालाओं का आयोजन किया जाएगा, जिससे छात्र-छात्राओं को सड़क सुरक्षा, ट्रैफिक नियमों और उनके उल्लंघन पर होने वाली सजा की विस्तृत जानकारी दी जा सके।
🔹 युवाओं को नैतिक मार्गदर्शन:
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री रजनेश सिंह ने सभी कोचिंग संचालकों से अपील की कि वे छात्रों को केवल शैक्षणिक दिशा ही नहीं, बल्कि नैतिक व सामाजिक दृष्टिकोण से भी जागरूक करें। उन्होंने युवाओं को किसी भी असामाजिक या आपराधिक गतिविधियों से दूर रखने के लिए नैतिक शिक्षा देने की आवश्यकता पर बल दिया।
बैठक में उपस्थित गणमान्य अधिकारी:
इस बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (यातायात) श्री रामगोपाल करियारे, डीएसपी श्री शिवचरण परिहार, रक्षित केंद्र निरीक्षक श्री भूपेंद्र गुप्ता समेत जिले के सभी प्रमुख कोचिंग संस्थानों के संचालक व प्रबंधकगण उपस्थित थे। सभी ने सर्वसम्मति से वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन करने का आश्वासन दिया।
इस बैठक को लेकर स्पष्ट संदेश गया कि बिलासपुर पुलिस अब यातायात नियमों के उल्लंघन को लेकर किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतेगी। कोचिंग संस्थानों की सहभागिता से युवाओं में ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूकता आएगी और शहर की यातायात व्यवस्था को बेहतर और सुरक्षित बनाया जा सकेगा।
