
प्रवीर भट्टाचार्य
वैसे तो लोहड़ी पर्व को बीते पखवाड़े भर से अधिक का वक्त हो गया लेकिन जिस उत्सव में पंजाब की माटी की खुशबू समाई हो उसका सुरूर इतनी जल्दी कहां खत्म होने वाला। बुधवार को बिलासपुर में आदर्श पंजाबी महिला समिति द्वारा लोहड़ी का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। बिलासपुर पंजाबी समाज की महिलाओं ने इस कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। लोहड़ी का पर्व जहां नई फसल के आगमन की खुशी में मनाया जाता है तो वहीं इसका संबंध नई बहू के आगमन और घर में नवजात शिशु के जन्म से भी जुड़ा है, जिसमें आसपास की सभी महिलाएं घर में इकट्ठा होकर गिद्दा, भंगड़ा पाती है ।साथ ही लोकगीत गाकर खुशियां मनाई जाती है।
इसी रीत का पालन आदर्श पंजाबी महिला संस्था द्वारा यहां किया गया। शहर के एक होटल में आयोजित समारोह में शामिल नववधूओ ने गिद्दा और भंगड़ा का प्रदर्शन किया। आदर्श पंजाबी महिला संस्था को 45 बार पूरे हो गए है।बिलासपुर में प्रवासी पंजाबी भले ही अपनी माटी से दूर है लेकिन पंजाबी जहां बसता है वहां एक छोटा पंजाब बना लेता है । इसी की झलक आदर्श पंजाबी महिला संस्था के कार्यक्रम में नजर आयी। इस कार्यक्रम की कई विशेषताओं में से एक विशेषता यह भी शामिल थी कि यहां नवजात शिशुओ का समाज में स्वागत करते हुए उन्हें भी उपहार प्रदान किए गए। यहां पारंपरिक रूप से लोहड़ी जलाई गई जिसमें तिल, मूंगफली फूल आदि अर्पित कर एक दूसरे को बधाई दी गई ।इस कार्यक्रम में आदर्श पंजाबी महिला संस्था की अध्यक्ष रूबी छाबड़ा, सुनीता चावला, ललजीत सलूजा, अवी अजमानी, बलजीत कौर ,रंजीत दुआ ,रानी छाबड़ा रेशम गंभीर त्रिलोचन कौर शशि अहूजा दीप छाबड़ा रूपसी आजमानी कुलबीर सलूजा अंशु टुटेजा मीत गंभीर रोमी सलूजा पूर्वी सलूजा मनप्रीत कौर श्रद्धा खंडूजा दविंदर कौर महिंदर कौर गोल्डी छाबड़ा मीना गुंबर मीनल छाबड़ा और अन्य महिलाएं बड़ी संख्या में शामिल रही।
