
मो नासिर
शुभम विहार के सूने मकान को चोरों ने निशाना बनाया और नगदी एवं जेवर समेत करीब डेढ़ लाख की चोरी को अंजाम दिया। शुभम विहार में परदेसी श्रीवास का पुराना मकान है जहां अब वे नहीं रहते। उनके पुत्र मनीष श्रीवास भी लोरमी में बिजली विभाग में सहायक अभियंता है जो बीच-बीच में अपने इस पुराने घर में आते जाते रहते हैं। पिछली मर्तबा 11 फरवरी को वे इस घर में आए थे जिसके बाद वे 16 फरवरी को जब शुभम विहार के इस मकान में पहुंचे तो उन्होंने पाया कि बाहर गेट में तो ताला लगा था लेकिन बरामदे के पास मौजूद कमरे का ताला टूटा हुआ था। किसी अनहोनी की आशंका से उन्होंने जब घर में प्रवेश किया तो पाया कि पूरे घर में सामान बिखरा पड़ा है और अलमारी भी टूटा है। उनके पीछे चोरों ने अलमारी में रखे सोने चांदी के जेवर और नगदी समेत करीब डेढ़ लाख रुपए की चोरी को अंजाम दिया था । मनीष श्रीवास का परिवार 11 फरवरी को मकान बंद कर लोरमी गया हुआ था।
इस बीच उनका ड्राइवर सुंदर यादव 12 फरवरी को किसी काम से इस मकान में आया था। उस दौरान भी यहां चोरी नहीं हुई थी, इसलिए अनुमान लगाया जा रहा है कि 13 या 14 फरवरी के आसपास चोरों ने इस मकान पर धावा बोला होगा । मनीष श्रीवास द्वारा इस मामले की रिपोर्ट सिविल लाइन थाने में दर्ज कराई गई है। यहां जांच के लिए पहुंची पुलिस टीम के साथ डॉग स्क्वायड ने भी चोरों के सुराग तलाशने की कोशिश की। खोजी कुत्ते पीछे गणेश विहार कार्तिक मंदिर के पास जाकर भटक गये। पुलिस का अनुमान है कि चुकी मामला दो-तीन दिन पुराना है इसलिए खोजी कुत्ते सुराग ढूंढने में कामयाब नहीं हो पा रहे हैं ।पुलिस इस मामले में दूसरे पहलुओं पर भी गौर कर रही है। इन दिनों बिलासपुर में घर को सूना छोड़ना बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं रह गया है। एक बार फिर यही सच्चाई उजागर हुई है।
