
पखांजूर- बिप्लब कुण्डू
पखांजूर में इन दिनों प्रा.स्पंदना बैंक में सुधखोरी का धंधा अच्छे से फल-फुल रहा हैं बैंक में लगभग 15-20 लड़के रोजाना परलकोट के 133 गावं का दौरा करते हैं और महिलाओं को एकट्ठा कर समिति का गठन करते हैं जिस पर उन्हों प्रति सदस्य से वार्षिक 24 प्रतिशत ब्याज में 40 हजार तक रुपया स्वीकृत कर सदस्य के खाते में डाला जाता हैं जहा से बिमा के नाम पर लगभग 1500 सौ रुपया और दस्तावेज शुल्क के नाम पर 450 रु प्रति सदस्य से काट कर मोटी ब्याज में बाकि का रकम भुक्तान करते हैं बाद में कंपनी के लड़के हप्ते-हप्ते में घूम कर ब्याज सहित पैसो का वसूली करते हैं पखांजूर में यह बैंक संचालित होने की खबर शासन के अधिकारी कर्मचारियों को भी नहीं हैं जब पखांजूर तहसीलदार शेखर मिश्रा से पूछा गया की इस प्रा.बैंक के बारे में क्या जानकारी हैं जो अंचल के सैकड़ो ग्रामीणों को भ्रमित कर लाखो रुपया ब्याज में लगा रहे हैं अधिकारी बैंक का नाम सुनकर कहा ये क्या हैं ? मैंने कभी इस चीज का या यहाँ नाम नहीं सुना बैंक कब से पखांजूर में चल रहा हैं और कितने लोगो को कितना रुपया देकर ब्याज का पैसा वसूली कर रहा हैं इसकी कोई जानकारी नहीं हैं ! इस बैंक का कोई नियम कायदा नहीं हैं मनमाने तरीके से पखांजूर के ग्रामीणों से मोटी रकम लगाकर सुधखोरी का गोरखधंधा चला रहा हैं पीव्ही 42 के विद्यानगर के शेखर बाला पत्नी सीमा बाला ने कहा स्पंदना बैंक सभी को गुमराह कर रहा हैं मेरे नाम व् दस्तावेज अधार्कार्ड,पेनकार्ड,पासपोर्ट-फोटो से लोन निकला मुझे पाता तक नही चला और बैंक के कर्मचारी से मुझे रोजाना धमकी मिल रही हैं की पैसा पटाओ जबकि मैंने कभी बैंक का दरवाजा नहीं देखा और ना ही मेरे पत्नी व् मैंने किसी भी कागज़ में हस्ताक्षर किया ! दरअसल मामला यह खामिशन का हैं प्रा. बैंक के लड़के थार्ड पार्टी से साठ-गाठ कर फर्जी दस्तावेजो के आधार पे पैसा देकर कमीशन कमा रहे हैं और जिनके नाम से कागज लगा हैं उनसे ब्याज का पैसा मांगने के लिए रोजाना घर का चक्कर काट रहे हैं !
नियम कहता हैं -कम से कम दस सदस्य मिलकर एक समिति का गठन करना हैं तब जाकर प्रा.बैंक ब्याज में पैसा देती हैं जिसपर सभी का उपस्तिथि जरुरी रहता हैं मगर पखांजूर में यह कंपनी गोरखधंधा चला रही हैं किसी भी व्यक्ति के नाम पर सिर्फ आधार कार्ड पेन कार्ड लाने से ब्याज में पैसे दे देती हैं फिर मोटी-तगड़ी ब्याज वसूली भी करती हैं
पखांजूर क्षेत्र से कंपनी द्वारा अब तक 15-से 20 लाख रुपया सिर्फ दस्तावेज चार्ज लेकर लोगो को ब्याज में पैसा दी हैं कंपनी मौखिक तौर पर कहता हैं ब्इयाज में पैसा लेने से बिमा भी प्राप्त होता हैं जिसके लिए प्रति सदस्य से 1500 की वसूली की जाती हैं यानि कंपनी के पास पखांजूर क्षेत्र में वर्त्तमान 3 से 4 हजार सदस्य हैं जहा पर बिमा के नाम पे कंपनी 6,000,000 लाख रुपया वसूली कर चुकी हैं लगातार शासन-प्रशासन के नाक के निचे ऐसे कंपनी भोले-भाले ग्रामीणों को ठगी कर मोटी-तगड़ी रकम का अवैध वशुली करती हैं !
इस संम्बंध में पखांजूर तह्शिलदार शेखर मिश्रा ने बतलाया पखांजूर में ऐसे बैंक ब्याज में पैसा बाट रही हैं इसकी जानकारी हमें नहीं हैं ! आज ही मैनेजर को बुलाकर पतासाजी करते हैं !
इस संम्बंध में जब प्रा.बैंक के मैनेजर गोविंदा साहू से पूछा गया तो उन्होंने किसी अन्य व्यक्ति के दस्तावेज से पैसे वितरण की बात जानकारी में नहीं होने की बात कही !
