
मो नासीर
मंगला चौक के पास रोती मिली नाबालिक किशोरी को बहला-फुसलाकर ऑटो चालक अपने घर ले गया और फिर गुपचुप उसे बेचने की तैयारी करने लगा, लेकिन इससे पहले कि वह अपने मकसद में कामयाब हो पाता,पुलिस रक्षा टीम ने उसके मंसूबे ध्वस्त कर दिए। करीब पखवाड़े भर पहले ऑटो चालक शशि कुमार चतुर्वेदी को मंगला चौक के पास एक किशोरी रोती हुई मिली। उसे देख कर ऑटो चालक की नियत बिगड़ गई और वह उसे बहला-फुसलाकर अपने घर ले आया। इस दौरान वह शशि साथ ही रह रही थी। शातिर ऑटो चालक ने न तो किशोरी के परिजनों से संपर्क करने की कोई कोशिश की और न ही इसकी सूचना पुलिस को दी, लेकिन इस बीच शशि चतुर्वेदी ने अपने परिवार के साथ मिलकर ग्वालियर में रहने वाले अपने रिश्तेदार देव उर्फ देशराज जाटव के साथ उस किशोरी का सौदा कर लिया। 50,000 रु में सौदा हुआ कि किशोरी को वह देशराज को बेच देगा। इस बीच शशि चतुर्वेदी किशोरी को यह लालच देकर बहलाता फुसलाता रहा कि उसे अच्छे कपड़े और गहने मिलेंगे , अगर वो शादी के लिए तैयार हो जाये।
इस मामले में पूरी योजना तय कर ली गई थी। 18 फरवरी को देशराज के साथ नाबालिक की शादी होनी थी लेकिन किशोरी की किस्मत अच्छी थी कि इसकी खबर रक्षा टीम को लग गई और उसने शशि चतुर्वेदी के घर जाकर किशोरी से पूछताछ की तो परत दर परत सच्चाई सामने आती चली गई। इस मामले को पुलिस अधीक्षक ने भी गंभीरता से लिया और एफ आई आर दर्ज करते हुए शशि कुमार चतुर्वेदी और नाबालिक के खरीददार देव उर्फ देशराज जाटव को गिरफ्तार कर लिया। इधर जब पुलिस ने नाबालिक लड़की के संबंध में जानकारी जुटानी शुरू की तो पता चला कि वह मुंगेली जिले के फास्टरपुर थाना की रहने वाली है । लड़की रामापुर चौकी कवर्धा से 30 जनवरी से लापता थी। रामापुर चौकी में उसके पिता ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी। यह जानकारी जुटाने के बाद पुलिस ने नाबालिग को उसके परिजनों को सौंप दिया। रक्षा टीम की तत्परता से एक नाबालिग किशोरी की जिंदगी तबाह होने से बच गई । रक्षा टीम की कोशिश की हर तरफ सराहना हो रही है। रक्षा टीम को प्रशस्ति पत्र देकर एसपी प्रशांत अग्रवाल ने सम्मानित भी किया है।
