मो नासीर
रविवार को बिलासपुर में नाबालिग कार चालक द्वारा अंजाम दिये गए सड़क दुर्घटना का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस सड़क दुर्घटना में एक महिला मजदूर की मौत हो गई थी। जिस के परिजनों को मिलने वाले मुआवजे को लेकर सोमवार को जिला अस्पताल में हंगामा मचा रहा तो अब उन्ही मजदूरों के साथियों ने अपने घायल साथियों के इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए मंगलवार को शनिचरी रपटा पर चक्का जाम कर दिया। इन मजदूरों का आरोप है कि जिला प्रशासन द्वारा उनकी अवहेलना की जा रही है। सभी घायलों को भगवान भरोसे सिम्स अस्पताल में भर्ती कर दिया गया है लेकिन वहां उनका सही ढंग से उचित उपचार नहीं किया जा रहा है। हालांकि 1 दिन पहले के दावा किया गया था कि तहसीलदार ने स्वयं सिम्स पहुंचकर चिकित्सकों को यह निर्देश दिए हैं कि सभी का समुचित इलाज किया जाए।
वहीं घायल मजदूरों के लिए मुआवजे की मांग कर रहे मजदूरों ने मंगलवार सुबह शनिचरी बाजार रपटा पर चक्का जाम कर दिया, उन्होंने आरोप लगाया कि सोमवार को जिला प्रशासन के प्रतिनिधि अस्पताल में केवल ₹5000 मुआवजा राशि लेकर पहुंचे थे, इसलिए उन्होंने शव लेने से इनकार कर दिया था । बाद में मजदूरों के दबाव में पटवारी ₹25000 लेकर पहुंचे, लेकिन अब उनके घायल साथियों के इलाज में लापरवाही बरती जा रही है ।इधर सिम्स में इन्हीं घायलों की वजह से कैजुअल्टी वार्ड में मौजूद डॉक्टर नए मरीजों को भर्ती नहीं कर रहे हैं। सोमवार को एक घायल को लेकर पहुंचे लोगों को इस विकट परिस्थिति का सामना करना पड़ा। जहां घायल युवक घंटों स्ट्रेचर पर ही पड़ा रहा। बताया गया कि यहां मौजूद जूनियर डॉक्टर उसे भर्ती करने से साफ इंकार करते रहे। उन्होंने बेड ना होने का हवाला दिया जबकि अस्पताल में प्रचुर मात्रा में बेड खाली थे। बाद में डीन के दखल से घायल को भर्ती किया गया।
वहीं यह भी देखा जा रहा है कि इस सड़क दुर्घटना के बाद से मजदूरों का गुस्सा रह रह कर जिला प्रशासन पर फूट रहा है। उनके द्वारा बार-बार जिला प्रशासन से मुआवजे की मांग की जा रही है लेकिन अब तक इस दुर्घटना को अंजाम देने वाले नाबालिग या उसके परिजनों के प्रति किसी तरह की तल्खी मजदूरों द्वारा नहीं व्यक्त की गई, जबकि उस परिवार की लापरवाही से आज एक महिला मजदूर असमय काल कवलित हुई है और 8 मजदूर घायल है। न्याय की मांग तो यही है कि इन सभी मजदूरों के इलाज का खर्च एसईसीएल कर्मी नाबालिग के पिता उठाएं। मजदूरों को भी इस बात की मांग करनी चाहिए।