लोक संस्कृति के रंगारंग कार्यक्रम के साथ 32 वें बिलासा महोत्सव का शानदार समापन, अटल ने बताया पूरे प्रदेश की पहचान

बिलासपुर:- बिलासा कला मंच के 32 लोक कला बिलासा महोत्सव के मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल के अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव ने कहा कि कला और कलाकार को अपने प्रदर्शन दिखाने के लिए मंच की आवश्यकता होती है, बिलासा कला मंच नवोदित कलाकारों को मंच प्रदान करती है।साहित्य,सांस्कृतिक और सामाजिक दरोकार को लेकर बिलासा कला मंच लगातार अपने विविध कार्यक्रमों को लेकर जनता के बीच आते रही है।अध्यक्षता करते हुए बिलासा कला मंच के पूर्व अध्यक्ष और महापौर रामशरण यादव ने कहा कि मुझे बेहद खुशी है कि बिलासा की नगरी बिलासपुर को लोग रावत नाच महोत्सव और बिलासा महोत्सव के नाम से जानते हैं।विशिष्ट अतिथि के रूप में दिल्ली से आये राष्ट्रीय पुस्तक न्यास के संपादक डॉ लालित्य ललित ने कहा कि हर प्रदेश के संस्कृति की अपनी पहचान होती है जिसे वहां की जनता अपने विविध प्रदर्शनों के माध्यम से अपनी कला के रूप में दिखाते हैं।

दिल्ली से ही आये वरिष्ठ साहित्यकार डॉ संजीव कुमार और अभयनारायन राय ने भी अपनी शुभकामनाएं प्रकट की।मंच के संस्थापक डॉ सोमनाथ यादव ने 32 वें बिलासा महोत्सव में आये हुए समस्त सुधीजनों का स्वागत करते हुए कहा कि आप सबका मंच के प्रति स्नेह ही है कि हम अपना कार्यक्रम लगातार आप तक पहुंचा पा रहे हैं, उन्होंने बिलासा कला मंच के सभी आयोजनों के बारे में विस्तार से बताया। बिलासा कला सम्मान गणेश मेहता बिलासपुर, बिलासा साहित्य सम्मान डॉ संजीव कुमार दिल्ली, बिलासा सेवा सम्मान मंसूर खान बिलासपुर, बिलासा युवा रत्न सम्मान विनोद डोंगरे खैरागढ़ का सम्मान अतिथियों के द्वारा किया गया।गुंडरदेही बालोद जिला से आये संजू सेन और उसके कलाकारों ने अपने 90 से अधिक वाद्ययंत्रों को एक लयताल में बजाकर पूरा माहौल को संगीतमय कर दिये वहीं छत्तीसगढ़ के प्राचीन नाचा गम्मत विधा के पारंगत मन्ना लाल गंधर्व और उसकी टीम ने ऐसा हास परिहास से भरा गम्मत प्रस्तुत किया कि लोगों के हंसते हंसते पेट फूल गये।दिनेश गुप्ता बिलासपुर ने कीचक वध की पूरी गाथा अपने पंडवानी में प्रस्तुत किया।वहीं हिलेन्द्र ठाकुर और बालचंद् साहू की टीम ने रंगझाझर कार्यक्रम प्रस्तुत कर लोगों का मन मोह लिया। कार्यक्रम के शुरुआत में शा उ मा विद्यालय लिमतरी से आये हुए स्कूली बच्चों ने बारहमासी कार्यक्रम प्रस्तुत कर खूब वाहवाही लूटी।

इस अवसर पर मंच के डॉ विनय कुमार पाठक, चंद्रप्रकाश देवरस,द्वारिका प्रसाद अग्रवाल, अजय शर्मा,राघवेंद्रधर दीवान,डॉ सोमनाथ मुखर्जी, डॉ सुधाकर बिबे,राजेन्द्र मौर्य, महेश श्रीवास, यश मिश्रा,रामेश्वर गुप्ता,अश्विनी पांडे,महेंद्र साहू,एम डी दीवान,नरेन्द्र कौशिक,ओमशंकर लिबर्टी,उमेंद् यादव, थानुराम लसहे, राघवेंद्र दुबे,सतीश पांडे,गोपाल यादव, श्यामकार्तिक,धरमवीर साहू,महेंद्र गुप्ता, दिनेश्वर जाधव, सहदेव कैवर्त आदि उपस्थित रहे।

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