मो नासीर
अमीरों की कुछ पहचान होती है ,जिसमें महंगे ब्रिड के कुत्ते पालना, उन्हें अपने साथ कार में घुमाना भी शामिल है। यही शौक एक बड़ी दुर्घटना की वजह बनी। रविवार को बिलासपुर में सड़क हादसे में एक महिला मजदूर की जान चली गई। वही 8 से अधिक मजदूर घायल हो गए । वजह थी नाबालिक द्वारा कार चलाना। लेकिन यही अकेली वजह नहीं थी। असली वजह कार में कुत्ते का मौजूद रहना भी है। एसईसीएल कर्मी भारतीय नगर अय्यप्पा मंदिर के पास रहने वाले राजेश हेनरी के घर का पालतू कुत्ता बीमार था, जिसके इलाज के लिए उसके दो नाबालिग बेटे उस कुत्ते को कार में लेकर श्याम टॉकीज के पास स्थित पशु चिकित्सालय गए थे ।जहां से उसका इलाज करा कर दोनों कार से लौट रहे थे।
बताया जा रहा है कि जैसे ही यह लोग दुर्घटना स्थल के करीब पहुंचे थे, उसी समय कार में बैठा कुत्ता मचल गया और उसने अचानक से स्टेरिंग पर छलांग लगा दी। इससे कार चला रहा नाबालिक हड़बड़ा गया और वह कार पर नियंत्रण खो बैठा। पहले तो उसकी कार डिवाइडर से टकराई और फिर रेत के ढेर पर चढ़ती हुई मजदूरों को कुचलती हुई आगे बढ़कर पलट गई। इस सड़क हादसे में कई मजदूर चपेट में आ गए, तो वहीं दुर्घटना को अंजाम देने वाले नाबालिग युवक अपने कुत्ते के साथ मौके से भाग खड़े होने में कामयाब हुए। पुलिस ने घटना को अंजाम देने वाले नाबालिक को हिरासत में ले लिया है, लेकिन अब नए नियम के अनुसार नाबालिग के पिता एसईसीएल कर्मी राजेश हेनरी के खिलाफ एफ आई आर दर्ज की जा रही है, जिन्होंने अपने नाबालिक बेटों को कार की चाबी थमाई थी।