बिलासपुर/ जिला कांग्रेस कमेटी ने केंद्र सरकार के 2022 के मोदी सरकार के 10 वें बजट को फिर से पुराने बजटों के तारतम्यता से दूर प्रधानमंत्री के लोक लुभावने वायदों की तरह लच्छेदार शब्दावली का खोखला समूह बताया है।
जिला कांग्रेस प्रवक्ता अनिल सिंह चौहान ने कहा की मोदी सरकार का यह बजट फिर से पिछले बजट से किसी प्रकार से तारतम्यता नहीं रखता। पिछले बजटों में जहाँ किसानों की आय दुगुनी करने, युवाओं के लिए स्किल डेवेलप सेंटर, बुलेट ट्रेन, पहले चरण की 100 स्मार्ट सिटी, बुलेट ट्रेन के सपनों वाला बजट था तो अब की बार इन सभी योजनाओं का जिक्र तक नहीं किया गया। देश को नए झूठे सपनों की सौगात दे दी गयी और उसके क्रियान्वयन के लिए 25 वर्ष का समय दे दिया गया।
हजारों और लाखों करोडों का टारगेट बताकर मोदी सरकार उन योजनाओं में 10 प्रतिशत भी टारगेट पूरा नहीं करती कई योजनाएं तो कागजों में ही दम तोड़ देती हैं। आम जनता को न तो टेक्स से राहत दी गयी है और न ही महंगाई से राहत देने कोई ठोस योजना इस बजट में है।
युवाओं को रोजगार देना तो दूर स्किल डेवेलप सेंटर की जो बात पिछले बजट में हुई थी वो खोलना तो दूर उनका जिक्र तक इस बजट में नहीं है। लगभग 800 किसानों की शहादत के बाद तीन काले कृषि कानून तो वापस हुए पर किसानों को राहत देने कोई ठोस योजना तो दूर कोई छोटी योजना तक नहीं बनायी गयी। इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए बड़ी योजना व बड़े बजट का स्वागत है लेकिन वो भी कहीं न कहीं चंद उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने का कोई तरीका हो सकता है।
खेती – किसानी, बेरोजगारी, गरीबी, कुपोषण, स्वास्थ और शिक्षा जैसे आम आदमी के सरोकार वाले महत्वपूर्ण विषयों में कोई भी ठोस योजना मोदी सरकार में नहीं है।