आकाश दत्त मिश्रा
प्रदेश की 142 साल पुरानी और सबसे बड़ी तहसील मुंगेली को जिला बने 10 वर्ष पूरे हो चुके है, इसके बावजूद सम्पूर्ण मुंगेली जिला तो दूर , जिला मुख्यालय विकास के लिए तरस रहा है, नगरीय निकाय प्रशासन की लूट खसोट भ्र्ष्टाचार और प्रशासनिक पदों पर बैठे अफसरो की मनमानी के सामने मुंगेली के विकास के मुद्दे कचरे के डिब्बे में नज़र आ रहे है। मुंगेली जिला मुख्यालय करही स्थित कलेक्ट्रेड से नगर की ओर आने वाली मुख्य सड़क के दोनों ओर लोक निर्माण विभाग के द्वारा पक्की नाली का निर्माण किया जाना था , सड़क के दोनों तरफ पक्की नालियों का निर्माण ठेकेदारों ने अपनी सुविधा के मुताबिक किया और विभाग से भुगतान प्राप्त कर चलते बने।
हैरान करते हुए ठेकेदारों के द्वारा बनाई गई नालियां उन क्षेत्रों में आधी अधूरी बनाई गई है जहाँ किसी का भी निवास नही है, मगर कुछ मीटर आगे जाकर नाली अचानक गायब हो जाती है फिर 200 मीटर के बाद नाली पुनः प्रकट हो जाती है, ऐसे आधे अधूरे निर्माण कार्य की निगरानी करने वाले PWD के इंजीनियर भी किस स्तर का तकनीकी ज्ञान रखते हैं इसकी झलक मुंगेली के निवासी बखूबी देख रहे हैं।
इनसब के बीच ठेकेदार को बकायदा भुगतान भी कर दिया जाना भी किसी बड़े षड्यंत्र की ओर इशारा कर रहे है। मिली जानकारी के अनुसार इस आधे अधूरे निर्माण कार्य की वजह ठेकेदारों ने जनता का असहयोग बताया है। कहा जा रहा है कि नाली निर्माण के दौरान लोगों ने अपने घरों के सामने से नाली गुजरने का विरोध किया था। जिस कारण से ठेकेदार ने उन स्थानों पर नाली का निर्माण ही नहीं किया, जहां लोग विरोध कर रहे थे। इसकी बजाय निर्विवाद स्थानों पर, यहां तक की जहां लोगों का आवास नहीं है, वहां नाली निर्माण कर दिया गया। नाली आपस में जुड़ी हुई भी नहीं है। नाली कहीं भी बनकर, कहीं भी समाप्त हो रही है ।इस वजह से यहां नालियां हर वक्त भरी हुई बजबजाती रहती है।
ठेकेदार तो नाली निर्माण कर मोटी रकम प्राप्त कर अपना बोरिया बिस्तर समेट कर चलते बने है और प्रशासन इतने वर्षों बाद भी आंखे मूंदे इस इंतज़ार में बैठा है कि कोई फरियादी आये तो इस पर विचार किया जाए। आधे अधूरे निर्माण की वजह से नालियों में दूषित पानी जमा हो गया है जिससे दुर्गंध और संक्रामक बीमारियां उत्पन्न होने लगी है। नालियों का गंदा पानी उफ़न कर सड़को तक पहुच रहा है, जिस वजह से गंदगी फैल रही है और लोग दुर्घटना के शिकार भी हो रहे है। एक तरफ मुंगेली में नाली विवाद के चलते पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष हो ना सिर्फ पद से हटाया गया बल्कि उन्हें जेल तक जाना पड़ा है, दूसरी ओर एक बड़े नाली घोटाले की ओर किसी का ध्यान तक नहीं है ।