
शशि मिश्रा

बोदरी। नगर पालिका बोदरी में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने बुधवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए सीएमओ और उसके क्लर्क को ₹12,000 रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा। इन लोगों ने नक्शा पास करने के लिए पैसों की मांग की थी। सीएमओ पर भवन का नक्शा पास कराने के एवज में आवेदक से अवैध रकम की मांग करने और एक बाबू के साथ मिलकर रिश्वत वसूलने का आरोप है।

सरकंडा नूतन चौक निवासी वेदराम निर्मलकर की बोदरी में जमीन है, जिस पर वे मकान बनाना चाहते थे। उन्होंने नगर पालिका कार्यालय में नक्शा पास करने के लिए ₹20,000 के डिमांड ड्राफ्ट के साथ 47,297 की फीस पटाई थी लेकिन कार्यालय के बाबू सुरेश सीहोरे अलग से रिश्वत के रूप में ₹15,000 की मांग कर रहा था। बताते हैं कि नगर पालिका बोदरी में पदस्थ सीएमओ भारती साहू के खिलाफ लगातार भ्रष्टाचार की शिकायत मिल रही थी । स्थानीय पार्षद और अन्य लोगों की शिकायत थी कि उसने हर काम के लिए रेट तय कर रखा है और बिना रिश्वत लिए कोई काम नहीं करती । वह बिना पैसे के नक्शा भी पास नहीं करती थी। इस मामले में भी सीएमओ भारती साहू ने प्राइवेट असिस्टेंट के जरिए रिश्वत का सौदा किया, भारती साहू ने अपने प्राइवेट असिस्टेंट सुरेश सिहोरे को पैसा देने के लिए कहा । जैसे ही प्रार्थी ने यह रकम दी, एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने सीएमओ भारती साहू और सुरेश सिहोरे को रंगे हाथों पकड़ लिया।

सरकार इन महाभ्रष्ट कर्मचारियों को भारी भरकम वेतन देती है ताकि वे जनता की सेवा कर सके लेकिन यह लोग जनता की सेवा छोड़कर उन्हें लूटने में लगे हैं। ऐसे भ्रष्ट कर्मचारियों की तुरंत सेवा समाप्त करनी चाहिए या तो फिर सरिया कानून के अनुसार गोली मार देनी चाहिए।
