
शशि मिश्रा

क्रिश्चियन कम्युनिटी का सबसे बड़ा पर्व क्रिसमस 25 दिसंबर को मनाया जाएगा। इसके आसपास भी कई धार्मिक कार्यक्रम होंगे और गिरजाघरो में प्रार्थना सभा का आयोजन किया जाएगा। ईसाई समुदाय का दावा है कि वे हिंदू संगठनों की कार्रवाई से सहमे हुए हैं इसलिए उनके द्वारा जिला और पुलिस प्रशासन को ज्ञापन देकर कहा गया था कि उनके धार्मिक सामाजिक आयोजन को धर्मांतरण गतिविधि बताकर उन पर झूठे और सांप्रदायिक विद्वेष के आरोप लगाए जाएंगे इसलिए उन्होंने प्रशासन से संरक्षण मांगा था।

इसकी भनक लगते ही शुक्रवार को सर्व हिंदू समाज के बैनर तले हिंदू संगठनों ने भी जिला और पुलिस प्रशासन के समक्ष अपनी बात रखी। बिलासपुर के हिंदू युवक अपने हाथों में स्लोगन की तख्तियां लेकर तिलक नगर हनुमान मंदिर चौक से नेहरू चौक पहुंचे, जहां कलेक्टर और एसएसपी को ज्ञापन देते हुए कहा गया कि ईसाई समुदाय जिला और पुलिस प्रशासन की आंख में धूल झोंककर धर्मांतरण और लव जिहाद जैसे अनैतिक और गैर कानूनी गतिविधियों के लिए प्रशासन का संरक्षण मांगने का दुस्साहस कर रही है ।
उन्होंने कहा कि सभी को अपने धार्मिक आयोजन करने का अधिकार है लेकिन इसकी आड़ में अवैध धर्मांतरण और लव जिहाद जैसी गतिविधियों को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। भारत में सोची समझी रणनीति के तहत ईसाई समुदाय द्वारा अवैध धर्मांतरण किया जा रहा है। लिहाजा उनके खिलाफ देशभर में सैकड़ो एफआईआर हुए भी है इसीलिए वे अब प्रशासन का संरक्षण लेकर इन गतिविधियों को संचालित करना चाहते हैं । इसके लिए वे प्रशासन को भ्रमित जानकारी भी दे रहे हैं ।

हिंदू संगठनों ने कहा कि अगर उन्हें जानकारी मिली कि प्रार्थना सभा की आड़ में हिंदुओं का धर्मांतरण किया जा रहा है तो वे इसका अवश्य विरोध करेंगे। विरोध कर रहे युवकों ने कहा कि ईसाई समुदाय द्वारा संगठित गिरोह बनाकर हिंदुओं को प्रलोभन देकर उन्हें धर्मांतरित किया जा रहा है । आज सर्व हिंदू सम्मान में कोई भी समाज यह कहने ने की स्थिति में बिल्कुल नहीं है कि उनके समाज के किसी का धर्मांतरण नहीं हुआ या उनकी बेटियां लव जिहाद की शिकार नहीं हुई है,

इसलिए कलेक्टर और एसएसपी को ज्ञापन देते हुए मांग की गई की ईसाई समाज अपने धार्मिक आयोजनों को पूर्ण स्वतंत्रता के साथ मनाएं। इसमें हिंदू संगठनों को कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन किसी भी हिंदू को बरगला कर या प्रलोभन देकर अपने धार्मिक सामाजिक आयोजनों में शामिल करने के पीछे उन्हें धर्मांतरित करने का प्रयास ना करें अन्यथा सर्व हिंदू समाज इसका पुरजोर विरोध करेगा। इनके द्वारा कुछ मांगे भी रखी गई, जिसमें जिले में चल रहे सभी अवैघ- वैध चर्च की जांच कर उन में चल रहे अवैध गतिविधियों के प्रमाण मिलने पर उन्हें बंद किये जाने की मांग की गई है। अवैध रूप से चल रहे धर्मांतरण गिरोह पर कड़ी कार्रवाई करते हुए उनके नेटवर्क और फंडिंग को चिन्हित किए जाने तथा सरकारी एवं निजी जमीनों पर बने हुए चर्चो पर बुलडोजर कार्रवाई की भी मांग की गई है। मांग के तहत ऐसे संगठनों, उनके पदाधिकारी और सदस्यों की डी लिस्टिंग की भी मांग की गई है ताकि वे शासकीय योजनाओं या लाभों का अनुचित उपयोग न कर सके। समाज में भरम फैलाने, हिंदू समाज को बदनाम करने एवं मिथ्या आरोप लगाने वालों के विरुद्ध भी कार्रवाई की मांग की गई है। हिंदू संगठन के सदस्यों ने कहा कि ईसाई समुदाय ने जिला प्रशासन को गलत जानकारी दी है इसलिए ऐसे गलत जानकारी या दुष्प्रचार के माध्यम से शांति भंग करने वालों पर भी कठोर दंडात्मक कार्रवाई की मांग की गई है। सर्व हिन्दू समाज ने स्पष्ट कहा कि बिलासपुर जिले में किसी भी प्रकार की अवैध धार्मिक गतिविधि, धर्मांतरण, सामाजिक दुष्प्रचार अथवा साम्प्रदायिकता उत्पन्न करने के प्रयास पर प्रशासनिक सख्ती की आवश्यकता है ताकि अवैध धर्मांतरण को रोका जा सके। उन्होंने उम्मीद जताई है कि जल्दी ही प्रदेश में धर्मांतरण को लेकर कठोर कानून बनाए जाएंगे इसके बाद इस तरह की गतिविधियों पर रोक संभव हो पाएगी।
