
शशि मिश्रा

भिलाई। छत्तीसगढ़ के भिलाई इस्पात संयंत्र (BSP) के पावर एंड ब्लोइंग स्टेशन नंबर–2 (PBS-2) में शुक्रवार को अचानक आग लगने से पूरे संयंत्र परिसर में अफरा-तफरी मच गई। बताया जा रहा है कि ICL के सामने स्थित गैस पाइपलाइन में अचानक दबाव बढ़ा और थोड़ी ही देर में गैस का तेज रिसाव शुरू हो गया। कुछ ही क्षणों में रिसाव भयंकर आग की लपटों में बदल गया, जिससे आसपास कार्यरत कर्मचारियों में दहशत फैल गई।
दमकल विभाग की तत्परता से आग काबू में
घटना की सूचना मिलते ही बीएसपी के फायर एंड सेफ्टी विभाग की कई दमकल गाड़ियाँ मौके पर पहुँचीं। टीमों ने तुरंत क्षेत्र खाली कराया और हाई-प्रेशर फोम सिस्टम के जरिए आग पर काबू पाने की कार्रवाई शुरू की। प्रबंधन के अनुसार प्राथमिकता आग को सीमित दायरे में रोकना था ताकि यह अन्य गैस लाइनों या यूनिटों को प्रभावित न करे।
कोकोवन प्लांट से जुड़ा महत्वपूर्ण स्टेशन
PBS-2 सीधे कोकोवन प्लांट से जुड़ा हुआ है, जहां से आने वाली ब्लोइंग गैस का उपयोग संयंत्र के कई मुख्य विभागों में मशीनें चलाने के लिए किया जाता है। गैस लीकेज के चलते कुछ यूनिटों पर अस्थायी प्रभाव पड़ने की आशंका रही, जिसके चलते एहतियाती तौर पर कुछ विभागों को अस्थायी रूप से बंद भी किया गया।
समय पर कार्रवाई से बचा बड़ा हादसा
संयंत्र प्रबंधन ने बताया कि फिलहाल किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। समय रहते गैस सप्लाई रोकने और दमकल विभाग की त्वरित कार्रवाई के चलते बड़ा हादसा टल गया। प्रभावित क्षेत्र को सील कर दिया गया है और तकनीकी टीम पाइपलाइन के उस हिस्से की जांच कर रही है जहां रिसाव हुआ।
उच्चस्तरीय जांच के आदेश
प्रारंभिक तौर पर आशंका है कि तकनीकी खराबी या लाइन में अचानक बढ़े दबाव के कारण यह घटना हुई, लेकिन पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। सुरक्षा मानकों की पुनः समीक्षा भी शुरू कर दी गई है ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति दोबारा न बने।
संयंत्र प्रबंधन ने कर्मचारियों और आसपास के निवासियों को आश्वस्त किया है कि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और संयंत्र सुरक्षित है।
