
यूनुस मेमन


बिलासपुर। रतनपुर थाना क्षेत्र के भैसाझार जंगल में मिले शव के मामले में पुलिस ने महज 24 घंटे के भीतर अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझा ली है। बिलासपुर पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में हत्या के दोनों आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए हैं। आरोपियों ने पूर्व रंजिश के चलते युवक की बेरहमी से हत्या करना कबूल कर लिया है।

गुम इंसान से हत्या तक पहुँचा मामला
4 दिसंबर 2025 को सूर्यप्रकाश बघेल के गुम होने की रिपोर्ट उसके परिजनों ने थाना रतनपुर में दर्ज कराई थी। पुलिस ने तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर उसकी खोजबीन शुरू की। दूसरे ही दिन यानी 5 दिसंबर को भैंसाझार जंगल की झाड़ियों के बीच उसका शव और मोटरसाइकिल संदिग्ध स्थिति में बरामद हुए।
घटना की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह (IPS) ने तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण डॉ. अर्चना झा, SDOP लालचंद मोहले, FSL व डॉग स्क्वॉड की टीम मौके पर पहुँची और जांच तेज कर दी गई।

तकनीकी साक्ष्यों ने खोला राज
प्रारंभिक जांच में मृतक के पुराने विवाद को आधार बनाकर पुलिस ने शक के दायरे को सीमित किया। तकनीकी विश्लेषण और पूछताछ के दौरान संदेही रंजीत खाण्डे (23) और सुधीर खाण्डे (21), दोनों निवासी भैसाझार, को हिरासत में लिया गया। कड़ाई से पूछताछ करने पर युवकों ने हत्या की बात कबूल कर ली।
लोहे की पाइप व बेंत से दी गई थी वारदात को अंजाम
आरोपियों ने स्वीकार किया कि उन्होंने पूर्व रंजिश के कारण सूर्यप्रकाश की जंगल में हत्या की। घटना में इस्तेमाल किए गए लोहे के पाइप, लकड़ी के बेंत और मोटरसाइकिल को पुलिस ने बरामद कर लिया है। पुलिस अब मामले से जुड़े अन्य पहलुओं और संभावित सहयोगियों की भी जांच कर रही है।

पुलिस टीम का रहा महत्वपूर्ण योगदान
इस खुलासे में थाना रतनपुर के टीआई कमलेश कुमार बंजारे, SI मेलाराम कठौतिया, सायबर सेल प्रभारी निरीक्षक अजहर उद्दीन, उनि. हेमंत आदित्य, प्रआर राहुल सिंह, आतिश पारिख, बलदेव सिंह, कौशल खुटे, आरक्षक आकाश डोंगरे, धीरज कश्यप, महादेव कुजूर, तदबीर पोर्ते, और दीपक मरावी, प्रशांत सिंह का विशेष सहयोग रहा।
पुलिस ने आश्वासन दिया है कि मामले की हर कड़ी की जांच की जा रही है और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
