

आर्थिक तंगी से जूझ रहा युवक वैसे ही परेशान था, उस पर से उसका दोस्त उस पर दबाव बना रहा था कि वह उसे और शराब पिलाये। इसके बाद युवक ने अपना आपा खो दिया और बेल्ट से गला घोटकर अपने ही दोस्त की जान ले ली । घटना छत्तीसगढ़ के बालोद जिले के अर्जुंदा थाना क्षेत्र की है, जहां 30 नवंबर की रात रेस्टोरेंट संचालक के 27 वर्षीय बेटे दुर्गेश देवांगन उर्फ़ दादू का शव बिरियानी सेंटर के फर्श पर मिला था।

दुर्गेश लवली रेस्टोरेंट एंड कैटरर्स और संतोष किराना स्टोर के संचालक संतोष देवांगन का इकलौता बेटा था । दुर्गेश के दोस्त उसे अर्जुनदा अस्पताल ले गए जहां डॉक्टरों ने उसे अमृत घोषित कर दिया। पुलिस ने जांच के बाद उसके ही बचपन के दोष पवन कुमार कंवर को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया।
आर्थिक तंगी से जूझ रहा पवन कुमार कंवर घटना वाली शाम को घर से ही तनाव में निकला था। रास्ते में उसकी मुलाकात अपने दोस्त दुर्गेश देवांगन से हुई अपने अन्य दोस्तों के साथ यह सभी अर्जुंदा स्थित बिरियानी सेंटर पहुंचे , जहां सभी बैठकर शराब पीने लगे। रात तक शराब पीने के बाद बाकी दोस्त और शराब लेने के लिए बाहर चले गए। इसी दौरान दुर्गेश ने पवन से और शराब पिलाने की बात कही। पास में पैसे नहीं होने की वजह से पवन को गुस्सा आ गया और दोनों के बीच विवाद हो गया। गुस्से में पवन ने अपने चमड़े के बेल्ट से दुर्गेश का गला दबा दिया।

वारदात के बाद आरोपी पवन ने शव को फर्श पर लिटाया और पास के ही एक दुकान में जाकर सो गया। जब बाकी दोस्त लौटे तो दुर्गेश को उठाने की कोशिश की लेकिन वह नहीं उठा, जिसे तुरंत अर्जुंदा अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत्यु घोषित कर दिया।
घटना के बाद जब पिता ने शव को देखा तो उसके शरीर पर चोट के निशान थे। नाक से खून बह रहा था और जीभ बाहर निकली थी, जिसके आधार पर उन्होंने हत्या की आशंका जताई। पुलिस ने उसके आठों दोस्तों से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि घटना के समय वे वहां मौजूद नहीं थे। बाद में पुलिस ने बिरयानी सेंटर के सामने लगे सीसीटीवी कैमरे की जांच की तो पवन को दुर्गेश का गला घोंटते देखा। इसके बाद हत्या के आरोप में पवन को गिरफ्तार कर लिया गया।
