

रतनपुर बुढ़ा महादेव मंदिर प्रांगण में आयोजित श्री दत्तात्रेय जयंती महोत्सव में गौकथा का वाचन करते हुए गौकथा वाचक श्री गोपाल कृष्ण रामानुज दास ने गौमाता के महिमा को श्रवण करते हुए कहा कि गौ माता जिस जगह खड़ी रहकर आनंदपूर्वक चैन की सांस लेती है, वहां सभी वास्तु दोष स्वतः ही समाप्त हो जाते हैं। गौ माता में 33 कोटि देवी-देवताओं का वास है। गौ माता के गले में बंधी घंटी बजने से गौ आरती होती है।गौ माता के खुर में नागदेवता,गोबर में लक्ष्मीजी का,मूत्र में गंगाजी का वास,पूंछ में हनुमानजी का,गौ माता के एक आंख में सूर्य व दूसरी आंख में चन्द्र देव का वास होता है।

जो व्यक्ति गौ माता की सेवा पूजा करता है, उस पर आने वाली सभी प्रकार की विपदाओं को गौ माता हर लेती है।गौ माता को चारा खिलाने से तैंतीस कोटि देवी-देवताओं को भोग लग जाता है।उन्होंने कहा कि गौ माता की सेवा, सुरक्षा और संरक्षण की जिम्मेदारी प्रत्येक व्यक्ति की होनी चाहिए। वर्तमान में गायों की दशा पर चिंता जताते हुए उन्होंने कहा कि राष्ट्र और गौ रक्षा के लिए युवाओं को आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि बड़े दुःख की बात है कि लोग दूध निकालकर गाय को आवारा भटकने के लिए बाजारों में छोड़ देते है। उन्हें इनके भूख प्यास की कोई चिंता ही नहीं होती। लोगों को चाहिए कि यदि गाय पालने का शौक है तो उनकी देखभाल भी आवश्य करे।गाय कोई पशु नही ब्लकि गाय हमारी माता है एवं गौ रक्षा करना हमारा परम कर्तव्य है। उन्होंने ‘ना हमें नाम चाहिए, ना हमें दान चाहिए, ना हमें मान चाहिए, हमें तो बस गौहत्या से मुक्त गौ सेवा युक्त, हरा-भरा और शांतिपूर्ण हिंदुस्तान चाहिए’ का नारा देकर सभी लोगों को गौहत्या का विरोध करने और गौ माता की सेवा करने का आह्वान कियाइस अवसर पर महंत श्री तारकेश्वरपुरी जी महाराज गिरजाबंध हनुमान मंदिर .दैवज्ञ पंडित श्री रमेश शर्मा मंगल गौरी आश्रम. श्री नरेन्द्रनाथ शर्मा.श्री ललित अग्रवाल.श्री अश्वनी दुबे.श्री लवकुश कश्यप.श्रीमती अर्चना संतोष सोनी .श्री विपुल शर्मा बिलासपुर गौसेवा धाम .श्री सुनील अग्रवाल.श्री अनिल शर्मा.श्री सूरज कश्यप.श्री प्रशांत यादव सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे

