

बिलासपुर। चांटीडीह इलाके में निस्तारी मार्ग बंद होने से लगभग 20 परिवारों का आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया है। इससे नाराज मोहल्लेवासी, खटिक और कछवाहा समाज के सदस्यों ने पार्षद बंधु मौर्य के खिलाफ कलेक्टर और नगर निगम आयुक्त को लिखित शिकायत सौंपी है।
शिकायतकर्ताओं ने बताया कि वर्ष 2008 में हुए इकरारनामा में पार्षद बंधु मौर्य ने अपने कॉम्प्लेक्स के अंदर से 25 फीट चौड़ा निस्तारी मार्ग समाज और मोहल्ले के लोगों के लिए निःस्वार्थ उपयोग हेतु देने की सहमति दी थी। इकरारनामा में यह भी उल्लेख है कि भविष्य में किसी भी प्रकार के विवाद या दावे की स्थिति में इस रास्ते पर कोई आपत्ति नहीं की जाएगी।
इसी लिखित सहमति के आधार पर कछवाहा-खटिक समाज ने पार्षद के भाई अशोक मौर्य से विधिवत भूमि खरीदी और सरकार की अनुदान राशि से नगर निगम के माध्यम से दो मंजिला सामुदायिक भवन का निर्माण कराया। मोहल्लेवासियों का कहना है कि वर्षों से यह मार्ग निर्बाध रूप से आवागमन के लिए खुला था, लेकिन अब पार्षद ने इसे अवैध रूप से बंद करा दिया है।
स्थानीय निवासियों और वरिष्ठ नागरिकों ने बताया कि रास्ता बंद होने के कारण अब उन्हें मुख्य सड़क तक पहुंचने के लिए काफी लंबा चक्कर लगाना पड़ रहा है। इससे बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों को भारी परेशानी हो रही है।
समाज के लोगों ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं की गई तो स्थिति गंभीर रूप धारण कर सकती है। उन्होंने मांग की है कि पार्षद द्वारा बंद कराया गया रास्ता तत्काल पुनः खोला जाए, ताकि 20 से अधिक प्रभावित परिवारों की दैनिक आवाजाही बहाल हो सके।
— शंकर कछवाहा, चांटीडीह
