

बिलासपुर। अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद (AHP) के अध्यक्ष डॉ. प्रवीण तोगड़िया बुधवार को शहडोल से होते हुए बिलासपुर पहुंचे, जहां उन्होंने न्यू सर्किट हाउस में संगठन और आरएसएस कार्यकर्ताओं की बैठक ली। पत्रकारों से चर्चा में तोगड़िया ने कहा कि राम मंदिर बनना करोड़ों हिंदुओं का सपना था, और मंदिर पर भगवा ध्वज फहराया जाना गर्व का विषय है। उन्होंने यह भी कहा कि उद्घाटन के लिए उन्हें निमंत्रण नहीं मिला, लेकिन इससे उन्हें कोई नाराजगी नहीं है—
“40 साल तक मैं लोगों को निमंत्रण देता रहा। इस बार मुझे नहीं मिला, लेकिन मैंने मंदिर के लिए 50 लाख साथियों के साथ अपना कर्तव्य निभाया।”

गाँव–गाँव में शुरू होंगे हनुमान चालीसा केंद्र
डॉ. तोगड़िया ने बताया कि देश के एक लाख गांवों में हनुमान चालीसा केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं। यहां हर मंगलवार और शनिवार को स्थानीय हिंदू एकत्र होकर चालीसा का पाठ करेंगे। वे 3 करोड़ से अधिक ‘हनुमान चालीसा वैलनेस सेंटर’ खोलने के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आंदोलन के समय व्यक्ति ज्यादा दिखता है, लेकिन “अब मंदिर बन गया, तो कौन सा आंदोलन करें? अब हम गांवों में धर्म और स्वास्थ्य आधारित जागरण पर काम कर रहे हैं।”
“हिंदुओं को हमेशा सुरक्षा की जरूरत रही”
सुरक्षा के सवाल पर तोगड़िया ने कहा कि जब पहलगाम में हिंदू मारे गए और दिल्ली में ब्लास्ट हुए, तब साफ है कि हिंदुओं को सुरक्षा की आवश्यकता है।
“हनुमान चालीसा केंद्रों के माध्यम से हिंदुओं को एकजुट करेंगे। जब लाखों लोग साथ खड़े होंगे, तो सुरक्षा भी मजबूत होगी।”
धर्मांतरण रोकने पर भी बोले तोगड़िया
छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि राज्य में यह समस्या बढ़ रही है और लव जिहाद के मामले भी सामने आ रहे हैं।
तोगड़िया का कहना है कि—
“यदि आदिवासी गांवों में धार्मिक गतिविधियां हों, गरीबों को अनाज और स्वास्थ्य सुविधाएं मिलें, तो धर्मांतरण अपने आप रुकेगा।”
बिलासपुर में परिचितों से भी की मुलाकात
शहर प्रवास के दौरान तोगड़िया 27 खोली स्थित करन सिंह के निवास पर भी पहुंचे। यहां उन्होंने परिवारजनों और परिचितों से मुलाकात कर स्वास्थ्य, संगठनात्मक गतिविधियों और देश के भविष्य को लेकर चर्चा की।
इस दौरान अभिषेक त्रिवेदी, नारायण आउटी, अनिरुद्ध बगे, प्रशांत मिश्रा, संगठन के महामंत्री राहुल, अनिमेश और स्वप्निल मौजूद रहे।
डॉ. तोगड़िया का यह प्रवास प्रदेश में हनुमान चालीसा केंद्रों की शुरुआत और हिंदू एकजुटता अभियान को नई गति देने के रूप में देखा जा रहा है।
