

बिलासपुर। बहतराई क्षेत्र में ब्रिलिएंट पब्लिक स्कूल के पीछे एक बार फिर भू-माफिया सक्रिय हो गए हैं। कृषि मद की जमीन पर बड़े पैमाने पर अवैध प्लॉटिंग की तैयारी तेज हो गई है। ग्रामीणों के मुताबिक, खड़ी धान फसल के बीच गिट्टी-पत्थर डालकर करीब 20 फीट चौड़ी कच्ची सड़क बना दी गई है, जबकि मौके पर किसी भी तरह की अनुमति, लाइसेंस या कॉलोनाइजर बोर्ड नहीं लगा है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से इस इलाके में जमीन से जुड़ी गतिविधियां अचानक बढ़ गई हैं। खड़ी फसल के बीच बनाई गई सड़क से कृषि भूमि को छोटे-छोटे प्लॉटों में बांटने का काम शुरू कर दिया गया है। ग्रामीणों ने आशंका जताई कि यदि समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो यहां अवैध और अव्यवस्थित कॉलोनी खड़ी हो जाएगी।
ग्रामीणों ने बताया कि यह पूरा क्षेत्र कृषि भूमि घोषित है और यहां किसी भी तरह की प्लॉटिंग के लिए कलेक्टोरेट और नगर निगम की अनुमति अनिवार्य है। राज्य सरकार के नियमानुसार 5 डिसमिल से कम भूमि की रजिस्ट्री पर प्रतिबंध है, बावजूद इसके खेतों की मेड़ काटी जा रही है और जमीन को समतल कर छोटे-छोटे प्लॉट तैयार किए जा रहे हैं। लोगों ने सवाल उठाया है कि बिना विभागीय स्वीकृति के इतनी चौड़ी सड़क किसके संरक्षण में बनाई गई और किसे इसका फायदा मिल रहा है, यह जांच का विषय है।
लोगों के अनुसार, कृषि भूमि पर इस तरह का हस्तक्षेप न केवल भूमि उपयोग के नियमों का उल्लंघन है बल्कि भविष्य में कानूनी विवादों और अवैध बसाहट का कारण भी बन सकता है।
जांच के बाद होगी कार्रवाई
भवन अधिकारी अनुपम तिवारी ने बताया कि मामले की शिकायत मिली थी। भवन शाखा के इंजीनियर को जांच के लिए भेजा गया है। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
रेरा और टीएनसी की अनुमति बिना प्लॉटिंग
जानकारी के अनुसार यह पूरा इलाका जोन 7 में आता है, लेकिन जोन 7 के इंजीनियरों को इसकी जानकारी ही नहीं है। न रेरा की मंजूरी है और न ही टीएनसी की अनुमति। कुछ माह पहले निगम ने इसी क्षेत्र में अवैध प्लॉटिंग पर बड़ी कार्रवाई की थी, लेकिन अधिकारियों की ढिलाई का लाभ उठाकर भू-माफिया अब फिर सक्रिय हो गए हैं।
ग्रामीणों ने उम्मीद जताई है कि प्रशासन जल्द कार्रवाई करेगा, ताकि कृषि भूमि को बचाया जा सके और अवैध बसाहट को रोका जा सके।
