शराबी माता-पिता सोते रह गए और उनके 2 साल के मासूम बेटे को एक महिला अपने साथ लेकर चलती बनी, करीब एक महीने बाद भी नहीं मिल रहा अपहृत बच्चे का कोई सुराग

25 दिन बाद भी लापता मासूम का सुराग नहीं
60 स्टेशनों की छानबीन के बाद भी जीआरपी खाली हाथ

बिलासपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 6 से 25 दिन पहले अपहृत हुए दो साल के मासूम बच्चे का अब तक कोई पता नहीं चल पाया है। जीआरपी की तमाम कोशिशों, 60 से अधिक स्टेशनों के सीसीटीवी फुटेज खंगालने और लंबी तलाश के बावजूद पुलिस के हाथ खाली हैं। बच्चे के माता-पिता हर दिन स्टेशन और आसपास भटकते हुए अपने लाड़ले को ढूंढने की कोशिश कर रहे हैं।

प्लेटफार्म पर सोते समय उठा ले गई महिला

घटना 28 अक्टूबर की रात की है। बाहर से आकर बिलासपुर में मजदूरी कर रहा दंपती प्लेटफार्म नंबर 6 के नागपुर एंड की तरफ अपने दो बच्चों—तीन साल की बेटी और दो साल के बेटे—के साथ पहुंचा। दोनों शराब के नशे में थे और प्लेटफार्म पर ही सो गए। जब उनकी आंख खुली तो दो साल का बेटा गायब था। तलाश में असफल होने पर दंपती ने जीआरपी को सूचना दी।

आरपीएफ के सीसीटीवी कंट्रोल रूम में फुटेज देखने पर पता चला कि दंपती के सोते समय एक महिला प्लेटफार्म पर आई, बच्चे को उठाया और अपनी एक बच्ची के साथ बिलासपुर-तिरुपति एक्सप्रेस में सवार हो गई।

दो दिन बाद दर्ज हुई एफआईआर

शुरुआत में दंपती के नशे में होने के कारण जीआरपी-आरपीएफ ने शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया, लेकिन फुटेज सामने आने के बाद गुमशुदगी दर्ज की गई और 31 अक्टूबर को अपहरण का मामला कायम किया गया। इसके बाद बच्चे की तलाश के लिए एक टीम गठित की गई।

तिरुपति तक जांच, फिर भी सुराग नहीं

जीआरपी की टीम 15 दिनों से बिलासपुर से तिरुपति तक पूरे रूट पर सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है। गोंदिया तक तो हर स्टेशन के कैमरे देखे गए, लेकिन बच्चे और अपहरणकर्ता महिला का कहीं पता नहीं चला। गोंदिया से तिरुपति तक भी कई चौकियों में जानकारी जुटाई गई और फुटेज खंगाले गए, लेकिन सफलता नहीं मिली।

कई स्टेशनों पर नहीं हैं कैमरे

तिरुपति रूट के लगभग 60 स्टेशनों में से 10–12 ऐसे हैं, जहां सिर्फ आरपीएफ पोस्ट के सामने एक ही कैमरा लगा है। बाकी प्लेटफार्म, एंट्री या एक्सिट प्वाइंट पर कैमरे न होने से जांच और मुश्किल हो गई है। टीम इन स्टेशनों पर दो-दो बार जाकर भी खाली हाथ लौटी है।

माता-पिता की उम्मीदें टूटी नहीं

घटनास्थल पर मौजूद रहने वाले दंपती इस समय रतनपुर के पास डेरा डाले हुए हैं और रोजी-मजदूरी के साथ हर दूसरे दिन स्टेशन पहुंचकर अपने बच्चे की तलाश में भटक रहे हैं। घटना वाली रात पति-पत्नी में विवाद हुआ था और दोनों ने काफी शराब पी रखी थी।

“प्रयास जारी है” – जीआरपी

जीआरपी प्रभारी राजेश वर्मा के अनुसार, बच्चे की तलाश में दो जवान लगातार विभिन्न स्टेशनों में सीसीटीवी फुटेज खंगाल रहे हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस सुराग नहीं मिला है। गोंदिया तक के फुटेज दोबारा जांचने के निर्देश दिए गए हैं।

बिलासपुर स्टेशन से दो साल के मासूम का गायब होना सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़ा करता है। पुलिस की टीम लगातार खोजबीन में जुटी है, लेकिन सवाल यह है कि क्या मासूम सुरक्षित मिला पाएगा?

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