

बिलासपुर।
बिलासा देवी केंवट (बिलासा) एयरपोर्ट में नाइट लैंडिंग की दिशा में एक और बड़ी प्रगति दर्ज की गई है। एयरपोर्ट पर नाइट लैंडिंग मशीन की कमीशनिंग पूरी हो चुकी है। अब राज्य सरकार द्वारा डीजीसीए को आईएफआर (इंस्ट्रूमेंट फ्लाइट रूल्स) लाइसेंस के लिए आवेदन भेजना बाकी है। आवेदन भेजे जाने के बाद ही डीजीसीए की ओर से औपचारिक मंजूरी मिल सकेगी।
एएआई के दो सदस्यीय दल ने की थी विस्तृत जांच
पिछले दिनों नाइट लैंडिंग सिस्टम का प्री-कमीशनिंग निरीक्षण करने एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) के अधिकारी बिलासपुर पहुंचे थे। संयुक्त महाप्रबंधक राजीव भादोनी और सहायक महाप्रबंधक संदीप राठौर ने डीजीसीए के मानक दस्तावेजों के आधार पर पूरी तकनीकी प्रक्रिया की गहन जांच की।
पहले दिन अधिकारियों ने एयरपोर्ट प्रबंधन और लोक निर्माण विभाग के साथ बैठक की। एयरपोर्ट डायरेक्टर बीरेन सिंह ने उन्हें आगे किए जाने वाले कार्यों और प्रक्रियाओं की जानकारी दी। वहीं एएआई बिलासपुर के उप महाप्रबंधक आशीष दुबे ने डीवीओआर के तकनीकी पहलुओं तथा सिविल एविएशन रिक्वायरमेंट (CAR) के मानकों पर विस्तृत प्रस्तुति दी।
जांच रिपोर्ट में दर्ज हुईं कुछ कमियां
निरीक्षण के दूसरे दिन सीएनएस (कम्युनिकेशन, नेविगेशन और सर्विलांस) से जुड़े कार्यों की जांच विश्वजीत दास ने की। इसके आधार पर विस्तृत जांच रिपोर्ट तैयार की गई है। रिपोर्ट में कुछ छोटी तकनीकी कमियां सामने आईं, जिन्हें जल्द दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए हैं। अधिकारियों का कहना है कि कमियां दूर होने के बाद डीजीसीए लाइसेंस प्रक्रिया में तेजी आएगी।
एटीसी टॉवर निर्माण तत्काल शुरू करने के निर्देश
जांच टीम ने सुरक्षा मानकों को देखते हुए एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) टॉवर के निर्माण को अत्यावश्यक बताते हुए इसे तत्काल शुरू करने के निर्देश दिए हैं। एटीसी ने इसे ऑब्जर्वर मानकों में भी शामिल किया है।
साथ ही अधिकारियों ने कहा कि देशभर में छोटे विमानों की उपलब्धता कम होने के कारण भविष्य में एयरपोर्ट संचालन को देखते हुए रनवे की लंबाई और चौड़ाई बढ़ाने व इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (ILS) को उन्नत करने की जरूरत है।
फरवरी तक शुरू हो सकती है नाइट लैंडिंग सुविधा
सभी तकनीकी प्रक्रियाएं और डीजीसीए की स्वीकृति समय पर पूरी हो गई तो बिलासा एयरपोर्ट में फरवरी तक नाइट लैंडिंग सुविधा शुरू होने की संभावना है। इससे न केवल बिलासपुर बल्कि पूरे कोरबा-बिलासपुर संभाग के यात्रियों को बड़ा लाभ मिलेगा और एयर कनेक्टिविटी में नए मार्ग खुलेंगे।

बिलासा एयरपोर्ट की यह प्रगति क्षेत्रीय हवाई सेवाओं को एक नई दिशा देने की ओर महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
