

पचपेड़ी में आरडीएसएस योजना के तहत बिजली लाइन खींचने के दौरान करंट फैलने की शिकायत पर बड़ा विवाद खड़ा हो गया। करंट से घर में खतरा पैदा होने की बात कहकर मदद मांगने पहुंचे युवक को न सिर्फ बिजली विभाग के कर्मचारियों ने कथित रूप से पीटा, बल्कि पचपेड़ी थाना स्टाफ ने भी उसकी शिकायत दर्ज करने से मना कर दिया। मामला सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद अब विभाग ने जांच शुरू कर दी है।
करंट दौड़ने से घबराए परिजन, मदद मांगने पर शुरू हुआ विवाद
पचपेड़ी निवासी प्रीतम के घर के पास शनिवार शाम आरडीएसएस योजना के तहत बिजली विभाग का तार खींचने का काम चल रहा था। इसी दौरान प्रीतम के घर के किचन और बाथरूम में करंट फैलने लगा। स्थिति को गंभीर समझते हुए प्रीतम का भाई मौके पर पहुंचा और कर्मचारियों से तत्काल सुधार कार्य करने की मांग की।
लेकिन कर्मचारियों ने रात होने का हवाला देकर काम करने से इनकार कर दिया। पीड़ित पक्ष के बार-बार अनुरोध के बावजूद कर्मचारी सुनने को तैयार नहीं थे। इसी बात पर विवाद बढ़ गया और आरोप है कि विभाग के 4–5 कर्मचारियों ने युवक से मारपीट की और यह कहते हुए भगा दिया— “जहां शिकायत करनी है, कर दो।”
थाना पहुंचा पीड़ित, पुलिस ने कहा—बिजली विभाग का मामला
घटना की जानकारी मिलने पर प्रीतम खुद थाने पहुंचा, लेकिन पचपेड़ी थाना स्टाफ ने इसे बिजली विभाग का मामला बताते हुए शिकायत लेने से इनकार कर दिया। इसके बाद प्रीतम ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर न्याय की मांग की। वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है।
विभाग ने की जांच शुरू, दोषियों पर कार्रवाई की बात
ग्रामीण अधीक्षण यंत्री सुरेश जांगड़े ने बताया कि शनिवार को आरडीएसएस योजना का काम चल रहा था। रात होने के कारण काम रोक दिया गया था, इसी को लेकर विवाद बढ़ा। कर्मचारियों ने यह भी दावा किया कि पीड़ित का भाई दफ्तर में गाली-गलौज कर रहा था।
वहीं बिजली विभाग बिलासपुर संभाग के ईडी ए.के. अंबस्ट ने कहा—
“पीड़ित का वीडियो मिला है। अधीक्षण यंत्री सुरेश जांगड़े और कार्यपालन यंत्री अनुपम सरकार को जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं। दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
सोशल मीडिया पर मामला सामने आने के बाद विभागीय जांच की प्रक्रिया तेज कर दी गई है।
