कथा स्थल से गिरफ्तार किए गए आशुतोष चैतन्य महाराज, कोर्ट ने भेजा जेल, समर्थकों पर भी हुआ बल प्रयोग

शशि मिश्रा

तखतपुर में कथावाचक आशुतोष चैतन्य महाराज द्वारा कथित रूप से सतनामी समाज के खिलाफ अपशब्द कहने के आरोप में पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। हिंदू संगठनों के भारी विरोध के बावजूद कोर्ट ने उन्हें जमानत देने की बजाय जेल भेज दिया है। तखतपुर में कथा के दौरान आशुतोष चैतन्य महाराज ने कहा था कि छत्तीसगढ़ के तखतपुर में भी कितनी गाय कट रही है, आपको पता है? जो पहले सनातनी थे वह आज सतनामी हो गए। उनका यह समझ नहीं आता कि सतनामी का मतलब क्या होता है , वे गायों को काट रहे हैं।

कथावाचक के इस बयान पर सतनामी समाज ने भारी विरोध किया। विरोध को देखते हुए आशुतोष चैतन्य ने दो बार माफ़ी भी मांगी, इसके बावजूद 15 नवंबर को तखतपुर के कथा स्थल से उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।

आशुतोष चैतन्य मध्य प्रदेश के जबलपुर के रहने वाले हैं, जिनका डिंडोरी में आश्रम है । उन्होंने वृंदावन धाम शंकराचार्य आश्रम में स्वामी यदुनंदन चैतन्य सरस्वती से दीक्षा ली है। छत्तीसगढ़ में इसके पहले भी वे कई बार कथा वाचन कर चुके हैं। वर्तमान में तखतपुर के टिकरीपारा में श्रीमद् भागवत कथा महापुराण चल रहा है, जहां आशुतोष चैतन्य महाराज व्यास पीठ से कथा वचन कर रहे थे। इसी दौरान 11 नवंबर को उन्होंने सतनामी समाज को लेकर कुछ बातें कहीं, जिसका वीडियो वायरल हो जाने के बाद सतनामी समाज भड़क उठा। उनके द्वारा तखतपुर थाने में घेराव भी किया गया, गिरफ्तारी नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी गई थी।

इधर चैतन्य महाराज के बिलासपुर कोर्ट पहुंचने पर हिंदू संगठन उनके समर्थन में पहुंचा । कहा गया कि चैतन्य महाराज पर आरोप लगाने वाले लोगों ने उन पर हमला कर दिया। जब इसका विरोध विश्व हिंदू परिषद से जुड़े राजीव शर्मा कर रहे थे तो पुलिस ने उन पर बल प्रयोग किया, जबकि वे पूर्व सैनिक और विकलांग भी है । इसका उन्होंने पुरजोर तरीके से मौके पर विरोध किया। ठाकुर राम सिंह ने भी वीडियो जारी कर कहा कि माफी मांगने के बावजूद सतनामी समाज आशुतोष चैतन्य महाराज को लेकर उग्र है लेकिन उनका यह आक्रोश धर्मांतरण करने वालों के प्रति कभी नजर नहीं आता।

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