

बिलासपुर रेल हादसे में अब तक 11 लोगों के मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 20 से अधिक लोग घायल है । इनका इलाज अलग-अलग अस्पतालों में चल रहा है, जिनमें से कई की हालत नाजुक बनी हुई है। 11 में से फिलहाल एक महिला के शव की पहचान नहीं हो पाई है।

मंगलवार दोपहर बाद करीब 4:00 बजे बिलासपुर स्टेशन से 8 किलोमीटर दूर लाल खदान आउटर पर खड़ी मालगाड़ी से गेवरा से चल रही कोरबा मेमू टकरा गई। हादसे के तुरंत बाद रेलवे , जिला प्रशासन, पुलिस, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम ने राहत और बचाव कार्य आरम्भकिया। बोगी में फंसे मृतको और घायलों को बाहर निकाला गया । इंजन के साथ महिला आरक्षित बोगी थी। तेज टक्कर के बाद यह बोगी माल गाड़ी के वैगन पर चढ़ गई और इसी बोगी में सर्वाधिक क्षति हुई।

रात 10:00 बजे तक 8 शव निकाल लिए गए थे। इसके बाद भी बोगी में कुछ यात्रियों के शव फंसे हुए थे, जिन्हें निकालना मुश्किल हो रहा था, जिसके बाद इस बोगी को क्रेन की मदद से रेलवे साइट पर लाया गया। बाद में क्रेन और कटर की मदद से कटकर तीन और शवों को बाहर निकाला गया।

1 शव की पहचान शक्ति जिले के जैजैपुर के ग्राम बरेहाडीह की रहने वाली छात्रा प्रिया चंद्रा के रूप में हुई है । प्रिया गुरु घासीदास सेंट्रल यूनिवर्सिटी में बायोटेक्नोलॉजी विभाग में बीएससी की पढ़ाई कर रही थी। शाम से उसके लापता होने की बात कही जा रही थी।
मृतको में से अधिकांश यात्री बिलासपुर, जांजगीर चाम्पा और रायपुर के रहने वाले हैं। घायलो का इलाज फिलहाल रेलवे अस्पताल के अलावा अपोलो और सिम्स में चल रहा है।

ट्रेन हादसे के मृतक
विद्यासागर (55), लोको पायलट मेमू लोकल
प्रमिला वस्त्रकार (55), पाराघाट बिलासपुर।
रंजीत भास्कर (32) कोसा, जांजगीर-चांपा।
अर्जुन यादव (35), देवरीखुर्द, बिलासपुर।
शिला यादव (30), देवरीखुर्द, बिलासपुर।
मानमति यादव (65), देवरीखुर्द, बिलासपुर।
प्रिया चंद्रा (22), बहेराडीह, जैजैपुर सक्ती।
नोट-4 शव की पहचान नहीं हो पाई है
घायल
मथुरा भास्कर (55) महिला
चौरा भास्कर (50)
शत्रुघ्न (50)
गीता देबनाथ (30)
मेहनिश खान (19)
संजू विश्वकर्मा (35)
सोनी यादव (25)
संतोष हंसराज (60)
रश्मि राज (34)
ऋषि यादव (2)
तुलाराम अग्रवाल (60)
आराधना निषाद (16)
मोहन शर्मा (29)
अंजूला सिंह (49)
शांता देवी गौतम (64)
प्रीतम कुमार (18)
शैलेश चंद्र (49)
अशोक कुमार दीक्षित (54)
नीरज देवांगन (53)
राजेंद्र मारुति बिसारे (60)

फिलहाल मामले में रेलवे उच्च स्तरीय जांच कर रहा है । आशंका जाहिर की जा रही है कि हादसे की संभावित वजह सिग्नल, टर्न, स्पीड या फिर इमरजेंसी ब्रेक हो सकते हैं। स्पष्ट जानकारी सीआरएस जांच के बाद ही आएगी। यह हादसा या तो सिग्नल फेल हो जाने के कारण हुआ है या फिर लोको पायलट की चूक भी वजह हो सकती है। ऑटोमेटिक सिगनलिंग सिस्टम के फेल हो जाने के कारण लोको पायलट को रेड सिग्नल नजर नहीं आया होगा। दूसरी वजह हो सकती है की रेड सिग्नल होने पर भी पायलट ने उसे नजरअंदाज किया होगा।

मालगाड़ी ऐसी जगह खड़ी थी जहां टर्न था। हो सकता है कि इसी वजह से लोको पायलट को आगे खड़ी मालगाड़ी नहीं दिखी हो । लोकल ट्रेन बहुत जल्दी स्पीड पकड़ लेती है। हो सकता है कि यह ट्रेन ओवर स्पीड रही हो। ड्राइवर ने अंतिम समय पर इमरजेंसी ब्रेक लगाने की कोशिश की थी लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
हादसे की जांच कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी द्वारा की जाएगी। जांच रिपोर्ट रेलवे मिनिस्ट्री को सौंपी जाएगी।

सिम्स में भर्ती घायलों की जानकारी
मथुरा भास्कर (55)
बिलासपुर परसदा
चौरा भास्कर (50)
बिलासपुर परसदा
शत्रुघ्न (50)
बिलासपुर सरसदा
गीता देव नाथ (30)
बिलासपुर हेमू नगर
मेहबिश (19)
जांजगीर, नैला
अपोलो अस्पताल में भर्ती घायलों की जानकारी
रश्मि संतोष हंसराज (50)
रेलवे अस्पताल में भर्ती घायलों की जानकारी
कविता यादव (30)
रायपुर
अंजला साहू (49)
श्याम देवी गौतम (64)
प्रीतम कुमार (18)
जयराम नगर
शैलेश चंद्रा (35)
बिलासपुर, सिरगिट्टी
अज्ञात बच्चा (डेढ़ साल)
