जूनियर्स को धमकाने पर सख्त कार्रवाई — सिम्स ने 25 छात्रों को हॉस्टल से निकाला,18 तीन माह, 6 छह माह और 1 छात्र एक वर्ष के लिए निष्कासित

बिलासपुर।
छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान (सिम्स) प्रबंधन ने जूनियर्स को धमकाने और प्रताड़ित करने वाले छात्रों पर बड़ी कार्रवाई की है। डीन डॉ. रमणेश मूर्ति के निर्देश पर 25 छात्रों को हॉस्टल से निष्कासित कर दिया गया है। इनमें 18 छात्रों को तीन महीने, 6 छात्रों को छह महीने और एक छात्र को एक वर्ष के लिए निष्कासित किया गया है।

सूत्रों के अनुसार, सिम्स के एमबीबीएस द्वितीय वर्ष (बैच 2024) के ये छात्र रघुराज सिंह स्टेडियम के पास इमलीपारा स्थित किराए के हॉस्टल में रह रहे थे। इन सीनियर छात्रों पर अपने जूनियर्स को फोन पर धमकाने, परेशान करने और बस में जबरन बैठाकर प्रताड़ित करने की शिकायतें लगातार मिल रही थीं।

जूनियर छात्रों ने इसकी शिकायत सिम्स के डीन डॉ. रमणेश मूर्ति से की थी। शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए डीन ने 31 अक्टूबर को छात्रावास प्रबंधन समिति की बैठक बुलाई। बैठक में समिति के सदस्यों ने माना कि यदि समय रहते सख्त कदम नहीं उठाया गया, तो स्थिति गंभीर हो सकती है। इसके बाद समिति ने 25 छात्रों को अलग-अलग अवधि के लिए हॉस्टल से निष्कासित करने का निर्णय लिया।

हॉस्टल इंचार्ज डॉ. भूपेन्द्र कश्यप से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उनका मोबाइल फोन स्विच ऑफ मिला।

तीन स्तरों पर हुई कार्रवाई

  • 18 छात्र: पहली बार अनुशासनहीनता में पाए जाने पर 3 महीने के लिए निष्कासित।
  • 6 छात्र: दोबारा अनुशासनहीनता करने पर 6 महीने के लिए निष्कासित।
  • 1 छात्र (प्रखर प्रतापसिंह राठौर): बार-बार चेतावनी के बावजूद रवैया न सुधारने पर 1 वर्ष के लिए निष्कासित।

डीन बोले — अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं होगी
सिम्स के डीन डॉ. रमणेश मूर्ति ने कहा कि संस्थान में अनुशासनहीनता किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। छात्रावास के नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!