

बिलासपुर। तोरवा थाना क्षेत्र के देवरीखुर्द में 2700 वर्गफीट की पैतृक जमीन की फर्जी रजिस्ट्री का मामला सामने आया है। दस्तावेजों में छेड़छाड़ कर जमीन किसी और के नाम पर बेच दी गई। मामले में जमीन मालिक की शिकायत पर पुलिस ने पांच लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया है।
जानकारी के अनुसार, तोरवा धानमंडी निवासी शिवाकांत पांडेय और रविंद्रकांत पांडेय की देवरीखुर्द में पैतृक जमीन है। यह जमीन उनके पिता राम नगीना पांडेय ने वर्ष 1987 में दुलारदास से अपनी पत्नी देवी पांडेय के नाम पर खरीदी थी। 2022 में मां के निधन के बाद जमीन दोनों भाइयों के नाम पर दर्ज हुई।
कुछ दिन पहले जमीन पर राजकुमार पंजवानी द्वारा दीवार निर्माण कराए जाने की जानकारी मिलने पर भाइयों ने आपत्ति जताई। इस पर पंजवानी ने 2024 में जमीन की रजिस्ट्री होने का दावा करते हुए दस्तावेज दिखाए। जांच में खुलासा हुआ कि दलाल आकाश मिश्रा और सुनील घोरे ने मिलकर दुलारदास के नाम से फर्जी मुख्तियारनामा तैयार कराया और उसी आधार पर जमीन पंजवानी के नाम पर बेच दी।
पुलिस ने जांच के बाद आकाश मिश्रा, सुनील घोरे, दुलारदास, जोहन निषाद और राजकुमार पंजवानी के खिलाफ दस्तावेजों से छेड़छाड़ और धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
