

बिलासपुर-शहर के सकरी स्थित राजिम तालाब को नगर निगम सुप्रसिद्ध पर्यावरण विद रामवीर तंवर के साथ संवारने जा रहा है। पूरी दुनिया में पांड मैन ऑफ इंडिया के नाम से मशहूर रामवीर तंवर के साथ नगर निगम मिलकर तालाब को नया जीवन देने के लिए काम करने जा रहे हैं यह बड़ी बात है। शनिवार को निगम कमिश्नर अमित कुमार समेत अन्य अधिकारियों के साथ रामवीर तंवर ने सकरी स्थित राजिम तालाब का निरीक्षण किया। नवंबर माह में कार्य प्रारंभ होगा जून 2026 तक काम पूरा कर लिया जाएगा। तालाब संवर्धन और सौंदयीकरण के काम में कोका कोला कंपनी सहयोग कर रहा है,कंपनी के सीएसआर मद से कार्य किया जाएगा।

शहर के पुराने राजिम तालाब के दिन अब बहुरने वाले है, नगर निगम द्वारा इसे पुनर्जीवित करने के लिए योजना बनाई जा रही थी, अब इस मुहिम में साथ मिला है तालाब पुरूष रामवीर तंवर का,जिनके साथ मिलकर निगम राजिम तालाब को संवारेगा। तालाब संवर्धन कार्य के तहत तालाब गहरीकरण, सिल्ट हटाने समेत दूषित होने से बचाने के लिए उपाय किए जाएंगे। इसके अलावा तालाब के पार एवं अन्य स्थान को नया स्वरूप दिया जाएगा।

*कौन है पांड मैन ऑफ इंडिया रामवीर तंवर? जिनकी तारीफ पीएम भी कर चुके हैं*
“पांड मैन ऑफ इंडिया” का श्रेय रामवीर तंवर को जाता है, जिन्होंने अपना इंजीनियर का पेशा छोड़कर देश भर में तालाबों को पुनर्जीवित करने का काम शुरू किया है। उन्हें “तालाब पुरुष” भी कहा जाता है। रामवीर तंवर: एक पर्यावरणविद् और एनजीओ “अर्थ” के संस्थापक हैं। वह भारत में तालाबों और जल निकायों के संरक्षण और जीर्णोद्धार के लिए काम करते हैं।
6 राज्यों के 100 से अधिक तालाबों को संरक्षित करने का काम कर चुके हैं और जहां भी इन्होंने काम किया है उन तालाबों का जल स्तर बढ़ा है,तालाबों में पंछियों का बसेरा हुआ है और तालाब प्रदूषण मुक्त हुआ है।
रामवीर ने लगभग 8 साल पहले जागरूकता फैलाने से इतर तालाबों को अतिक्रमण मुक्त कराने और उनके पुनर्जीवित व सुंदरीकरण के प्रयास शुरू किए। उनके साथ इस अभियान में और भी बहुत से लोग जुड़ते चले गए। पेशे से मैकेनिकल इंजीनियर रामवीर तंवर ने प्राकृतिक जल स्त्रोतों को बचाने के लिए 2018 में अपनी नौकरी छोड़ दी। अब उनकी पहचान ‘पांड मैन ऑफ इंडिया’ के रूप में है। उन्होंने ‘सेल्फी विथ पांड’ अभियान की भी शुरुआत की थी ताकि लोगों को प्राकृतिक जल स्त्रोतों के महत्व और उनकी दुर्दशा के बारे में जानकारी हो और तालाबों को बचाया जा सके। इनके कार्यों की तारीफ प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी भी कर चुके हैं।
