

बिलासपुर। अनुकंपा नियुक्ति और पेंशन पाने की लालच में देवर और नंदोई ने अपनी ही भाभी व भांजी की हत्या कराने की साजिश रच डाली। हत्या की सुपारी देने वाले दोनों और हमला करने वाले दो आरोपियों सहित चारों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के अनुसार, मल्हार खईयापारा निवासी सतरूपा श्रीवास अपनी बेटी बृहस्पति श्रीवास के साथ रहती हैं। 26 सितंबर की सुबह सतरूपा ने घर के पीछे का दरवाजा खोला ही था कि घात लगाए बैठे दो हमलावरों ने मां-बेटी पर लाठी से जानलेवा हमला कर दिया। किसी तरह दोनों ने शोर मचाकर अपनी जान बचाई। घायल बेटी की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि सतरूपा के पति तारकेश्वर श्रीवास एसईसीएल में कार्यरत थे। उनकी मृत्यु के बाद पत्नी को पेंशन और बेटी को अनुकंपा नियुक्ति मिलने वाली थी। इसी लाभ के लालच में सतरूपा के देवर विष्णु प्रसाद श्रीवास (तनौद, जांजगीर-चांपा) और नंदोई कृष्ण श्रीवास (मेउ, जांजगीर-चांपा) ने हत्या की योजना बनाई।
दोनों ने नूतन कर्ष और टेकराम केंवट को 5 लाख रुपये की सुपारी देकर सतरूपा और उसकी बेटी को रास्ते से हटाने कहा। हालांकि हमला करने के बावजूद आरोपी अपने मकसद में कामयाब नहीं हो पाए। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए चारों को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की पूछताछ जारी है।
यह मामला लालच और रिश्तों के दरकने का ऐसा उदाहरण है, जिसने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है।
