रावण नहीं होगा सूर्पनखा दहन , दशहरा पर होगा सोनम समेत 11 हत्यारिन पत्नियों का दहन

नारी सुभाउ सत्य सब कहहिं ! अवगुण आठ सदा उर रहहिं !!

दशहरा पर बुराई और अहंकार के प्रतीक रावण का हर वर्ष दहन होता है लेकिन इस वर्ष दशहरा पर सोनम रघुवंशी व देश की 10 हत्यारिन पत्नियों का दहन किया जाएगा। ये अनूठा रावण दहन कार्यक्रम इसलिए होगा कि बुराई कोई भी हो, उसका दहन होना चाहिए। रावण तो वैसे भी बुराई का प्रतीक है, लेकिन बदलते समाज में अब ऐसी पत्नियां भी उससे कम नहीं हैं।

ये आयोजन संस्था पौरूष द्वारा महालक्ष्मी ग्राउंड इंदौर पर किया जाएगा। अध्यक्ष अशोक दशोरा ने बताया कि इस बार हमने रावण दहन की थीम को बदलकर दशहरा पर शूर्पणखा दहन रखी है। सवाल रावण का नहीं है, बुराई का है। पिछले दिनों में देशभर में पत्नियों ने पति की हत्या की है जो भी एक सामाजिक बुराई है। इसलिए ये सोचा है। हमने देशभर की 11 ऐसी पत्नियों को चुना है जिन्होंने पति की बेरहमी से हत्या कर दी। इसलिए दशहरा पर्व पर शूर्पणखा का दहन किया जाएगा और दस सिरों में 10 ऐसी हत्यारिन पत्नियों के मुख लगाए जाएंगे। सोशल मीडिया पर भी इस आयोजन के पोस्टर ‘मॉडर्न कलयुगी सुर्पनखाये नाम से वायरल हो रहे हैं।

आयोजक ने बताया कि मुख्य मुंह सोनम रघुवंशी का होगा। दहन कार्यक्रम में सोनम के पति राजा के परिजन समेत रघुवंशी समाज के लोग भी शामिल होंगे।

ये हैं वो 11 हत्यारिन पत्नियां जिनके मुख लगेंगे

संस्था ने 11 मुखी पुतला तैयार किया है, जिसमें ऐसी हत्यारिन पत्नियों के मुख लगाए गए हैं। इनमें सोनम रघुवंशी (इंदौर), मुस्कान (मेरठ, नीले ड्रम में पति को मारकर डालने वाली), हर्षा (राजस्थान), निकिता सिंघानिया (जौनपुर), सुष्मिता (दिल्ली), रविता (मेरठ), शशि (फिरोजाबाद), सूचना सेठ (बेंगलुरु), हंसा (देवास), चमन उर्फ गुडिया (मुंबई) और प्रियंका (औरैया) शामिल हैं।

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