

बिलासपुर। गोल बाजार में 17 सितंबर की रात लगी आग की घटना की जांच में पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। हादसा दरअसल मास्को शूज दुकान के भीतर लगे मीटर से उठी चिंगारी के कारण हुआ था। सबसे बड़ी बात यह रही कि दुकानदार ने दो दिनों से मीटर से उठ रही चिंगारी को नजरअंदाज कर दिया था, जिसके चलते यह बड़ी घटना हुई।
आग की शुरुआत और फैलाव
रात करीब 11 बजे लोगों ने मास्को शूज दुकान से धुआं उठते देखा। देखते ही देखते आग ने पास की दुकानों को अपनी चपेट में ले लिया। बाबा हैंडलूम, महामाया साड़ी हाउस और जय बालाजी ड्रायफ्रूट्स की दुकानें आग से प्रभावित हुईं। आग इतनी तेज थी कि महज 10 मिनट में पूरा क्षेत्र धुएं से भर गया।
तीन घंटे बाद काबू
सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची। दमकल कर्मियों ने लगातार तीन घंटे की मशक्कत के बाद रात ढाई बजे तक आग पर काबू पाया। हालांकि तब तक चारों दुकानों का लाखों का माल जलकर खाक हो चुका था। सबसे ज्यादा नुकसान बाबा हैंडलूम, महामाया बैग, बालाजी ड्रायफ्रूट्स और मास्को शूज दुकान के व्यवसायियों को हुआ।
लेदर और फोम से बढ़ा धुआं
दमकल कर्मियों को आग बुझाने में सबसे ज्यादा दिक्कत धुएं की वजह से आई। दुकानों में रखे लेदर, रेग्जीन और फोम के जलने से भारी मात्रा में धुआं उठा, जिससे दमकलकर्मियों को भीतर घुसना मुश्किल हो गया। धुएं से परेशान होकर आसपास के घरों और होटलों में रह रहे लोगों को भी बाहर निकालना पड़ा।
बड़ा हादसा टल गया
गोल बाजार और सदर क्षेत्र की दुकानें आपस में सटी हुई हैं। आसपास घनी आबादी और होटल भी स्थित हैं। यदि आग पर समय रहते काबू नहीं पाया जाता तो स्थिति बेहद गंभीर हो सकती थी। एहतियातन पुलिस और एसडीआरएफ ने आसपास की कई दुकानों और मकानों को खाली कराया।
पुलिस जांच में लापरवाही उजागर
जांच में सामने आया है कि मास्को शूज के मीटर से दो दिनों से चिंगारी उठ रही थी। इसके बावजूद दुकान मालिक ने इसे गंभीरता से नहीं लिया और बिजली सुधार कार्य भी नहीं कराया। इसी लापरवाही ने चार दुकानदारों को भारी आर्थिक नुकसान झेलने पर मजबूर कर दिया।
स्थानीय व्यापारियों ने मांग की है कि बिजली कनेक्शन और मीटर की नियमित जांच की व्यवस्था हो ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
