


देव शिल्पी भगवान विश्वकर्मा की जयंती बुधवार को धूमधाम से मनाई गई। सभी कल कारखानों, वर्कशॉप और शिल्प जगत से जुड़े संस्थानों में भगवान विश्वकर्मा की स्थापना कर विधि विधान के साथ उनकी पूजा की गई।
भगवान विश्वकर्मा देवताओं के वास्तुकार और शिल्पकार माने जाते हैं, इसलिए वे निर्माण कला, वास्तु शास्त्र, शिल्प, यंत्र शास्त्र और विज्ञान के देवता भी है। मान्यता है कि सभी देवताओं के महल , रथ, अस्त्र-शस्त्र और दिव्य उपकरण भगवान विश्वकर्मा ने ही बनाये है। पुराणों के अनुसार भगवान विश्वकर्मा का जन्म भाद्रपद मास की संकष्टी चतुर्थी को हुआ था। यह तिथि 17 सितंबर के आसपास आती है। ऋग्वेद में भगवान विश्वकर्मा को सृष्टि के प्रथम वास्तुकार के रूप में चिन्हित किया गया है और मान्यता है कि उनके जन्मदिन पर ही सृष्टि का निर्माण आरंभ हुआ था, इसीलिए शिल्पकार, कारीगर, इंजीनियर , बढ़ई, लोहार, मिस्त्री और तकनीकी क्षेत्र से जुड़े लोग इस दिन उनके साथ अपने उपकरण, मशीन और औजारों की पूजा करते हैं। मान्यता है कि भगवान विश्वकर्मा ने ही इंद्रपुरी, द्वारका और हस्तिनापुर, स्वर्ग, पुष्पक विमान , शिव के त्रिशूल, सुदर्शन चक्र, वज्र का निर्माण किया था।

लेकिन भगवान विश्वकर्मा की जयंती हर वर्ष अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार मनाई जाती है। इसके पीछे एक और कहानी है। अंग्रेजों के शासनकाल में उनके कारखाने , जुट मिल, रेलवे वर्कशॉप, कोयला और इस्पात के कारखाने में बंगाल और असम के कारीगर एवं मजदूर काम करते थे। इन्हें संगठित करने के उद्देश्य के साथ 17 सितंबर को विश्वकर्मा जयंती मनाने का निर्णय लिया गया। इस दिन काम बंद कर भगवान की पूजा अर्चना की गई और सभी को भोग प्रसाद बांटा गया। धीरे-धीरे यह परंपरा मजदूर और कारीगरों के बीच लोकप्रिय हो गया। फिर तो बंगाल से यह पूरे भारत में फैल गया।

इस बुधवार को भी बिलासपुर के कारखाने, वर्कशॉप, मशीनरी, दफ्तरों दुकानों, ऑटोमोबाइल और इंजीनियरिंग संस्थानों में भगवान विश्वकर्मा की पूजा अर्चना धूमधाम से की गई। बिलासपुर में रेलवे क्षेत्र में इसकी खास धूम रही ।
रिवरव्यू में भगवान विश्वकर्मा की प्रतिमा स्थापित

इसी क्रम में ओम कंस्ट्रक्शन द्वारा भी बिलासपुर के रिवर व्यू साइट पर भगवान विश्वकर्मा की प्रतिमा स्थापित कर विधि विधान के साथ उनकी और सहायक उपकरणों एवं वाहनो की पूजा अर्चना की गई। यहां भगवान की आरती के पश्चात प्रसाद और भोग का वितरण किया गया। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत बिलासपुर के रिवरव्यू को मरीन ड्राइव की तर्ज पर विकसित किया जा रहा है, जहां अत्याधुनिक शॉपिंग कंपलेक्स, मल्टीप्लेक्स सिनेमा, मोटर बोट आदि की सुविधा उपलब्ध होगी। इस कार्य में जुटे आकाश दत्त मिश्रा, हरिओम शर्मा , अनल दीवान, सुनील साहू, रोहित सैनी, चंदन कश्यप, संदीप पाठक, रोहित वर्मा, नवीन आदि ने पूरे भक्ति भाव के साथ भगवान विश्वकर्मा की पूजा की और भोग प्रसाद का वितरण किया, जिसमें साइट में काम करने वाले श्रमिक पूरे परिवार के साथ सम्मिलित हुए। गुरुवार को हवन के पश्चात यहां प्रतिमा का विसर्जन किया गया।
