
आकाश मिश्रा

बिलासपुर (छ.ग.) – जिले में वरिष्ठ नागरिक और समाजसेवी हरि बाबू अहिरवार द्वारा थाना सिविल लाइन में शिकायत दर्ज कराई गई है। उनका आरोप है कि दिनांक 02 सितंबर 2025 की सायंकाल लगभग 7 बजे मकसूद हसन नामक व्यक्ति उनके घर में जबरन प्रवेश कर जान से मारने की धमकी देते हुए गाली-गलौच की है। यह घटना प्रौढ़ अधिवक्ता हरि बाबू अहिरवार के निवास स्थान डी-6, प्रियदर्शनी नगर, बिलासपुर में घटित हुई।
हरि बाबू अहिरवार ने पुलिस को दिए गए आवेदन में बताया कि उन्होंने वर्ष 2002 में अपने नाम पर 520 वर्ग फीट क्षेत्रफल की जमीन रजिस्ट्री करवाई थी, जिस पर एक कमरा बना हुआ है। जमीन के उत्तर दिशा में 20 फीट चौड़ा निस्तारी रास्ता है, जो पूरे क्षेत्र के लिए उपयोगी है। शिकायतकर्ता के अनुसार पिछले दो वर्षों से मुस्लिम समुदाय के एक अलग समूह द्वारा उनके पास अस्थायी मस्जिद और मदरसा चलाया जा रहा है, जिसका संचालक मकसूद हसन है।
शिकायत में बताया गया है कि मकसूद हसन लगातार धमकी देते आ रहा है। 02 सितंबर की शाम मकसूद हसन उनके घर में घुसकर गाली गलौच करते हुए कहने लगा कि उनके दरवाजे पर नाम-प्लेट लगाना बंद करें। मकसूद ने कह दिया कि यदि नाम-प्लेट नहीं हटाई गई तो उनकी हत्या कर दी जाएगी। साथ ही उन्होंने हरी बाबू का हाथ भी मरोड़ने का प्रयास किया, जिससे वरिष्ठ अधिवक्ता भयभीत हो गए।
हरी बाबू अहिरवार ने यह भी आरोप लगाया है कि मकसूद हसन का आपराधिक संबंध पाकिस्तान स्थित किमनल फाउंडेशनों से जुड़ा हुआ है। उन्होंने बताया कि मकसूद का घर “अकतार मंझील” के नाम से जाना जाता है और वह अक्सर विदेश यात्रा करता है। उनका कहना है कि मकसूद निस्तारी रास्ते पर कब्जा करके उसे मस्जिद में बदलना चाहते हैं, ताकि उनके परिवार सहित पूरा समाज असुरक्षित हो जाए।
शिकायत में यह भी उल्लेखित है कि हरि बाबू अहिरवार अनुसूचित जाति समुदाय से हैं और अहिरवार समाज के राष्ट्रीय पदाधिकारी भी हैं। इस घटना ने उनकी सामाजिक प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाया है और उन्हें मानसिक पीड़ा से गुजरना पड़ रहा है।
हरी बाबू ने थाना प्रभारी से तत्काल सुरक्षा प्रदान करने और मकसूद हसन के खिलाफ संपूर्ण जांच कर आवश्यक कानूनी कार्यवाही करने की मांग की थी जिस पर कार्रवाई करते हुए सिविल लाइन पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार भी कर लिया है।
