

हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी बिलासपुर में धूमधाम से प्रथम आराध्य भगवान गणेश पूजा का उत्सव गणेश उत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है। शहर के अलग-अलग हिस्सों में छोटे बड़े सैकड़ो सार्वजनिक पंडाल बनाकर बप्पा की पूजा अर्चना की जा रही है। इस वर्ष गुड़िया स्वरूप में गणेश प्रतिमा बनाने की होड़ से मची हुई है, जिसे लेकर हिंदू संगठनों और शंकराचार्य ने भी आपत्ति दर्ज कराई है और कहा है कि भगवान के स्वरूप में बदलाव करना अपराध भी है और पाप भी।

इस वर्ष शनिवार 6 सितंबर को अनंत चतुर्दशी है। इस दिन 10 दिन के आराधना के बाद गणपति की प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाएगा, लेकिन इससे पहले एक दिन, तीन दिन , पांच दिन और 7 दिन के गणपति के विसर्जन का क्रम भी जारी है। सुबह से लेकर देर शाम तक छठ घाट पर विसर्जन करने लोग पहुंच रहे हैं। बड़े वाहनों के साथ लोग कार और स्कूटी आदि में भी अपने प्रिय गणपति की प्रतिमा लेकर पहुंच रहे हैं । गाजेबाजे के साथ विसर्जन के लिए पहुंचने वाले भी शामिल है।


घाट पर पहुंचकर विधि विधान के साथ भगवान गणेश की पूजा अर्चना और आरती की जा रही है, जिसके बाद उनकी प्रतिमा जल में प्रवाहित की जा रही है, इसी संदेश के साथ कि जीवन अनंत है, जिसका अंत होते ही कहीं और से आरंभ होने का संदेश भी इस उत्सव में सम्मिलित है। लोग नम आंखों अपने प्रिय गणपति को विदाई दे रहे हैं तो वही नाच गा कर उन्हें विदाई देने वाले भी शामिल है ।


छठ घाट में विशेष व्यवस्था

गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन को ध्यान में रखकर बिलासपुर के छठ घाट में अतिरिक्त व्यवस्था की गई है। यहां प्रकाश व्यवस्था के साथ गोताखोर भी तैनात किए गए हैं ।आमतौर पर विसर्जन करने वाले लोग नदी के जल में प्रवेश नहीं कर रहे हैं। अरपा नदी के सभी गेट बंद होने से नदी अपने चरम पर है। आसपास रहने वाले मल्लाह युवक प्रतिमाओं को नदी के भीतर ले जाकर प्रवाहित करते देखे जा रहे हैं । आने वाले दिनों में बड़े प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए यहां क्रेन की भी व्यवस्था की जाएगी।

मवेशी कर रहे परेशान

सिर्फ सड़कों और बाजारों में ही नहीं यहां वहां भटकने वाले गोवंश छठ घाट में भी लोगों को परेशान कर रहे हैं ।यहां बड़ी संख्या में गाय और सांड मौजूद है जो कई बार आपस में भी भिड़ जाते हैं , तो वहीं विसर्जन के दौरान भीड़ में घुसकर यह किसी को भी धक्का दे देते हैं, इसके कारण यहां हर वक्त अनहोनी की आशंका बनी रहती है। इसे लेकर निगम प्रशासन को ध्यान देना चाहिए। वही विसर्जन के दौरान सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस के जवानों की तैनाती भी अपेक्षित है , क्योंकि आने वाले दिनों में खासकर शनिवार को बड़ी संख्या में लोग गणेश विसर्जन के लिए घाट में पहुंचेंगे। इधर इन दिनों छठ घाट पर हर तरफ गणपति बप्पा मोरया- अगले बरस तू जल्दी आ की गूंज सुनाई पड़ रही है।


