

सिम्स में लंबे समय से डॉक्टरों की कमी से जूझ रहे मरीजों को आंशिक राहत मिली है। बांड पर 11 नए डॉक्टरों की नियुक्ति की गई है। इनमें से एक-एक डॉक्टर रेडियोलॉजी और पैथोलॉजी विभाग को मिले हैं। इसके साथ ही अब सिम्स में नियमित और संविदा मिलाकर कुल 123 डॉक्टर कार्यरत हो गए हैं।
जानकारी के अनुसार, बांड व्यवस्था के तहत आए इन डॉक्टरों को रेडियोलॉजी, पैथोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, फार्माकोलॉजी सहित अन्य विभागों में पदस्थ किया गया है। हालांकि प्रमुख विभागों में डॉक्टरों की कमी अब भी बरकरार है। रेडियोलॉजी विभाग में फिलहाल केवल एक ही डॉक्टर की नियुक्ति हुई है, जबकि आवश्यकता पांच डॉक्टरों की है।
रेडियोलॉजी विभाग में रोजाना करीब 800 मरीज जांच कराने आते हैं। इनमें 600 से 700 एक्स-रे, 45 से 50 सीटी स्कैन, 60 से 65 सोनोग्राफी और 10 एमआरआई शामिल हैं। जांच के तुरंत बाद फिल्म तो मिल जाती है, लेकिन रिपोर्ट तैयार करने का जिम्मा केवल एक रेडियोलॉजिस्ट के कंधों पर होने से मरीजों को रिपोर्ट के लिए कई दिनों तक इंतजार करना पड़ता है। वर्तमान में कई रिपोर्ट दो से तीन महीने से पेंडिंग हैं।
ये डॉक्टर देंगे सेवा
बांड पर नियुक्त डॉक्टरों में डॉ. प्राची तिवारी, डॉ. आशीष गहरन, डॉ. डेलेना नेलसन, डॉ. रविकांत राठौर, डॉ. सुमीत गुप्ता, डॉ. रश्मि नायक, डॉ. शिल्पी, डॉ. चंद्रा, डॉ. कोमल सिंह और डॉ. राय शामिल हैं। ये सभी डॉक्टर विभिन्न विभागों में अपनी सेवाएं देंगे।
विशेषज्ञों का कहना है कि नए डॉक्टरों की नियुक्ति से कुछ राहत जरूर मिलेगी, लेकिन समस्या का स्थायी समाधान तभी होगा जब सभी आवश्यक पदों पर नियमित डॉक्टर तैनात हो जाएं।
