

बिलासपुर। मस्तूरी क्षेत्र में बुधवार को एक पोल्ट्री फार्म में चल रही प्रार्थना सभा ने बड़ा विवाद खड़ा कर दिया। सूचना पर पहुंचे हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने सभा का विरोध करते हुए हंगामा मचाया और धर्मांतरण कराने का आरोप लगाया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पास्टर सहित आठ लोगों को हिरासत में लिया और उनके खिलाफ मामला दर्ज किया है।
प्रार्थना सभा से मचा हंगामा
मिली जानकारी के अनुसार, मस्तूरी-पेंड्री मार्ग स्थित एक पोल्ट्री फार्म में ग्रामीण महिलाओं और पुरुषों की मौजूदगी में प्रार्थना सभा चल रही थी। बताया जा रहा है कि इस सभा का संचालन पास्टर संजीव कुमार सूर्यवंशी कर रहे थे। इसी दौरान हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं को सूचना मिली कि सभा में धर्मांतरण कराने की कोशिश की जा रही है। संगठन के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में मौके पर पहुंचे और सभा को बंद कराने की मांग करते हुए विरोध-प्रदर्शन किया।
पुलिस ने की कार्रवाई
सूचना मिलने पर मस्तूरी पुलिस भी मौके पर पहुंची और सभा को रोक दिया। पुलिस ने वहां मौजूद पास्टर और अन्य लोगों को थाने ले जाकर पूछताछ शुरू की। इस दौरान सभा स्थल से धार्मिक किताबें और डायरी भी जब्त की गई हैं।
एफआईआर दर्ज
ग्राम भदौरा निवासी बाबा शर्मा उर्फ पूर्णेन्द्र कुमार शर्मा पिता कृष्ण कुमार की रिपोर्ट पर मस्तूरी पुलिस ने पास्टर संजीव कुमार सूर्यवंशी व सात अन्य लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज किया है। इनके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 299, 3(5) तथा छत्तीसगढ़ धर्म स्वातंत्र्य अधिनियम 1968 की धारा 3 के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया है।
पुलिस जांच में जुटी
फिलहाल पुलिस हिरासत में लिए गए सभी आरोपियों से पूछताछ कर रही है। पुलिस का कहना है कि जब्त की गई किताबों और डायरी की भी जांच की जाएगी, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि सभा के दौरान धर्मांतरण का प्रयास किया जा रहा था या नहीं।
