

बिलासपुर। तोरवा पुल पर बुधवार शाम उस वक्त हड़कंप मच गया, जब एक महिला ने अचानक अरपा नदी में छलांग लगा दी। देखते ही देखते पुल पर लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई और घटना की सूचना पुलिस व एसडीआरएफ को दी गई। सूचना मिलते ही मोपका पुलिस सहायता केंद्र प्रभारी भावेश शेंडे पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे।
पुलिस के मुताबिक, घटना शाम करीब 4.10 बजे की है। एक राहगीर ने डायल 112 पर कॉल कर जानकारी दी कि उसने पुल के किनारे एक महिला को खड़ा देखा था। जब वह थोड़ी दूर आगे बढ़ा तो महिला गायब हो गई। लोगों ने बताया कि महिला ने नदी में छलांग लगा दी है।
घटना की पुष्टि होते ही एसडीआरएफ की टीम को बुलाया गया और छठघाट के पास से सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया। टीम लगातार शाम 7 बजे तक नदी में महिला को खोजने में जुटी रही। लेकिन अंधेरा होने और नदी में जलस्तर अधिक होने के कारण तलाश रोकनी पड़ी। देर रात तक महिला का कोई सुराग नहीं मिला। गुरुवार सुबह फिर से तलाश अभियान शुरू किया गया है।
महिला की पहचान अब तक नहीं
अब तक नदी में छलांग लगाने वाली महिला की पहचान नहीं हो पाई है। पुलिस प्रत्यक्षदर्शियों से जानकारी जुटा रही है। घटना के बाद तोरवा पुल और छठघाट पर देर शाम तक लोगों की भीड़ लगी रही।
भाई ने भी नदी में कूदने की कोशिश की
इस बीच, तलाश के दौरान एक और नाटकीय स्थिति उत्पन्न हो गई। देवरीडीह का एक युवक पुल पर पहुंचा और अपनी बहन सोनम के नदी में कूदने की आशंका जताते हुए जोर-जोर से रोने लगा। युवक ने पुल से नदी में कूदने की कोशिश की, लेकिन वहां मौजूद लोगों ने उसे पकड़ लिया। जब पुलिस ने पूछताछ की तो उसने बताया कि उसकी बहन गमी में शामिल होने के लिए चिंगराजपारा गई थी और रास्ते में उसके साथ कोई अनहोनी हुई है, ऐसा उसे लग रहा था।
बाद में पता चला कि उसकी बहन सुरक्षित है और घटना से उसका कोई संबंध नहीं है।
प्रत्यक्षदर्शियों ने युवक के कूदने की भी बात कही
घटना को लेकर कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने दावा किया कि महिला के ठीक बाद एक युवक ने भी नदी में छलांग लगाई थी। हालांकि, पुलिस ने इस बात की पुष्टि नहीं की है।
फिलहाल पुलिस और एसडीआरएफ की टीम गुरुवार सुबह फिर से नदी में सर्च ऑपरेशन शुरू कर रही है।
