कांटा लगा गर्ल शेफाली जरीवाला का कार्डियक अरेस्ट से निधन  जानिए शेफाली की पूरी कहानी

हम भले ही इंटरनेट पर खूब ज्ञानी व दार्शनिक क्यों ना बन लें। लेकिन सच ये है कि हममें से 90 प्रतिशत लोगों के दिल के किसी कोने में ये तमन्ना होती है कि हमें भी फेम मिले। शोहरत मिले। शोहरत के साथ दौलत तो आ ही जाती है। लेकिन 88 प्रतिशत लोग ये तमन्ना दिल में लिए ही सारी ज़िंदगी गुज़ार देते हैं। उन्हें कोई नेम-फ़ेम नहीं मिलता कभी। जबकी हमारे बीच से ही कुछ लोगों को अचानक ही शोहरत किसी दिन अपने आगोश में खींच ले जाती है। और फिर रातों रात उन्हें वो सब मिल जाता है जिसका उन्होंने शायद कभी ख्वाब भी ना देखा हो। शेफ़ाली ज़रीवाला के साथ बिल्कुल ऐसा ही तो हुआ था।

शेफ़ाली ने भी कभी नहीं सोचा था कि वो एक दिन ग्लैमर वर्ल्ड की चकाचौंध का हिस्सा बनेंगी। शेफ़ाली एक बहुत पढ़ी-लिखी फ़ैमिली में पैदा हुई थी। 15 दिसंबर 1982 को मुंबई में शेफ़ाली जरीवाला का जन्म हुआ था। इनके परिवार के अधिकतर लोग डॉक्टर्स, इंजीनियर्स, आर्किटेक्ट्स व चार्टर्ड अकाउंटेंट थे। और शेफ़ाली से भी यही उम्मीद थी कि वो भी पढ़-लिखकर ऐसा ही कुछ काम करेंगी जिससे समाज में उनके परिवार का नाम और ज़्यादा रोशन हो। शेफ़ाली भी अपने माता-पिता का ख्वाब पूरा करने के लिए पूरी मेहनत कर रही थी। वो इंजीनियरिंग कर रही थी। कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई कर रही थी। और इसी फ़ील्ड में कुछ बड़ा करने का इरादा था तब शेफ़ाली जरीवाला का।

लेकिन एक दिन शेफ़ाली की ज़िंदगी बदल गई। पूरी तरह से बदल गई। और वो भी उनके कॉलेज के बाहर ही। एक दिन शेफ़ाली अपने कुछ दोस्तों के साथ कॉलेज के बाहर लगे एक चाट स्टॉल पर चाट के स्वाद का आनंद ले रही थी। और ठीक तभी दो नज़रें शेफ़ाली को थोड़ा दूर से , और बड़े गौर से निहार रही थी। ये दो नज़रें थी राधिका राव और विनय सप्रू। उन दोनों को ही शेफ़ाली की पर्सनैलिटी बहुत कैरिज़्मैटिक लगी। उन्होंने फौरन शेफ़ाली से बात की और उन्हें अपने कांटा लगा म्यूज़िक वीडियो में काम करने का ऑफ़र दिया। लेकिन उस वक्त शेफ़ाली ने इन्कार कर दिया। राधिका राव और विनय सप्रू निराश होकर चले गए। लेकिन जाने से पहले वो शेफ़ाली को अपना टेलीफ़ोन नंबर दे गए।

शेफ़ाली ने उस समय तो इन्कार कर दिया था। पर चूंकि वो तब बहुत युवा थी तो उनके मन के किसी कोने में भी नेम एंड फ़ेम हासिल करने की एक तमन्ना मौजूद थी। वो तमन्ना अब बाहर आने लगी। और बड़ी मजबूती से बाहर आने लगी। शेफ़ाली का भी मन हुआ कि वो अपने आपको किसी दिन टीवी पर देखें। उस ज़माने में टीवी ही हुआ करते थे। आज की तरह डिजिटल मीडिया नहीं था तब। शेफ़ाली से जब रहा नहीं गया तो उन्होंने अपने घर वालों को बता दिया कि उन्हें एक म्यूज़िक वीडियो में काम करने का ऑफ़र मिला है। और वो भी काम करना चाहती हैं। उन्हें इस काम के बदले कुछ पैसे भी मिलेंगे। लेकिन उनके घर वालों ने साफ़ मना कर दिया। शेफ़ाली के पिता तो बहुत सख्ती से मना कर रहे थे।

लेकिन शेफ़ाली ने अपनी मां को मना लिया। और आखिरकार शेफ़ाली की मां ने उनके पिता को भी मना लिया। पिता इस शर्त पर माने थे कि इस एक म्यूज़िक वीडियो के बाद तुम और कुछ नहीं करोगी। और अपनी इंजीनियरिंग पूरी करोगी। शेफ़ाली ने पिता से ऐसा ही करने का वादा किया। और उन्होंने राधिका राव व विनय सप्रू से कहा कि वो उनके म्यूज़िक वीडियो में काम करेंगी। बस फिर क्या था, शेफ़ाली ने कांटा लगा सॉन्ग का म्यूज़िक वीडियो शूट किया। उस वक्त 19 साल उम्र थी उनकी। और वो म्यूज़िक वीडियो जब कंप्लीट होकर टीवी पर ब्रोडकास्ट होना शुरू हुआ तो एक तहलका सा मच गया। बहुत बड़ा हिट साबित हुआ वो गाना।

शेफ़ाली ने कभी नहीं सोचा था कि वो गाना इतना बड़ा हिट हो जाएगा। उन्होंने तो सोचा था कि जैसे उस दौर में तमाम दूसरे म्यूज़िक वीडियोज़ आ रहे हैं ये वैसा ही होगा। उन्हें कुछ पैसे मिल जाएंगे। और खुद को टीवी पर देखकर दोस्तों के बीच में थोड़ा जलवा जमाने का चांस मिल जाएगा। मगर कांटा लगा सॉन्ग तो नेशनल चार्टबस्टर साबित हुआ। और गाना इतना बड़ा हिट हो गया कि शेफ़ाली को विदेशों तक में लोकप्रियता मिल गई। वो रातों रात सेलिब्रिटी बन गई। उनकी ज़िंदगी पूरी तरह से बदल गई।

अब शेफ़ाली जरीवाला कोई आम लड़की नहीं रही थी। खास हो चुकी थी। लेकिन जीवन में इतना कुछ बदलने के बाद भी शेफ़ाली जरीवाला ने अपनी पढ़ाई नहीं छोड़ी। पिता से वादा जो किया था कि इंजीनियरिंग पूरी ज़रूर करेंगी। जिस वक्त उन्होंने कांटा लगा सॉन्ग किया था तब वो फ़र्स्ट ईयर में थी। लेकिन तमाम शोहरत हासिल करने के बाद भी अगले चार सालों तक उन्होंने अपनी पढ़ाई कंटीन्यू रखी। शेफ़ाली को बेतहाशा ऑफ़र्स ज़रूर मिले थे। मगर उन्होंने तब उस काम को बहुत सीरियस नहीं लिया था। एक वजह तो यही थी, कि उन्हें इंजीनियरिंग कंप्लीट करनी थी। और दूसरी वजह ये थी कि उन्हें इंडस्ट्री के काम करने के तौर-तरीकों की समझ भी नहीं थी।

शेफ़ाली और उनके परिवार को कई बार ये समझ ही नहीं आता था कि उन्हें किस ऑफ़र को स्वीकार करना चाहिए और किसे नहीं। इसिलिए शेफ़ाली को मिलने वाले ज़्यादातर ऑफ़र्स रिजेक्ट कर दिए गए थे इनके घरवालों द्वारा। शेफ़ाली के घर वाले ये भी जानते थे कि ग्लैमर वर्ल्ड में बहुत बार लड़कियों का शोषण भी होता है। इसलिए भी वो बहुत सतर्कता बरत रहे थे। एक और वजह ये भी शेफ़ाली बताती थी कि वो एक फाइनेंशियली स्ट्रॉन्ग फ़ैमिली में जन्मी थी। इसलिए उन्हें पैसे की तंगी नहीं थी। उनके साथ ये दिक्कत नहीं थी कि वो खुद को ऑफ़र होने वाले हर प्रोजेक्ट को साइन कर लें, ताकि ज़्यादा से ज़्यादा पैसा कमा सकें।

हालांकि बाद में जब इंडस्ट्री के कुछ लोगों से शेफ़ाली की जान-पहचान व दोस्ती हुई तो उन्होंने कुछ प्रोजेक्ट्स स्वीकार किए थे। जैसे कि फ़िल्म मुझसे शादी करोगी। शेफ़ाली ने एक दफ़ा एक इंटरव्यू में बताया था कि उन्होंने जितना भी काम किया, उसके लिए कभी ऑडिशन नहीं दिया। जो भी काम उन्हें मिला, बिना ऑडिशन किए ही मिला। मुझसे शादी करोगी फ़िल्म के लिए भी उन्हें कोई ऑडिशन देने की ज़रूरत नहीं पड़ी थी। एक बात जो जानने लायक है वो ये कि कांटा लगा सॉन्ग के लिए शेफ़ाली जरीवाला को मात्र 7 हज़ार रुपए ही मिले थे। ये बात खुद उन्होंने ही एक इंटरव्यू में बताई थी।

साथियों अब शेफ़ाली जरीवाला इस दुनिया में नहीं रही। कल एक सडन कार्डियक अरेस्ट आने की वजह से 42 साल की उम्र में शेफ़ाली जरीवाला की डेथ हो गई। शेफ़ाली की मौत की खबर सुनी तो बहुत से लोग उस दौर को याद करने लगे जब कांटा लगा गाना आया था और हर तरफ़ उसी गाने की चर्चा हो रही थी। अखबारों और मैगज़ीनों में शेफ़ाली जरीवाला छाई हुई थी। वो भी एक दौर था। और बहुत खूबसूरत दौर था। आज से ज़्यादा खूबसूरत दौर था वो। अलविदा शेफ़ाली जरीवाला। तुम्हें आसानी से नहीं भुलाया जा सकेगा।

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