


बिलासपुर, शहर में बुधवार देर रात एक दर्दनाक सड़क हादसे में भारतीय जनता पार्टी के सक्रिय नेता और रेलवे मंडल जोन प्रभारी विजय सिंह की मौत हो गई। हादसा उस वक्त हुआ जब वे अपने परिचित के साथ कार से सिरगिट्टी क्षेत्र से घर टिकरापारा लौट रहे थे। सिलपहरी के पास अंधेरे और तेज रफ्तार के कारण उनकी कार सड़क किनारे खड़े एक वाहन से टकरा गई, जिससे उन्हें गंभीर चोटें आईं। आनन-फानन में स्थानीय लोगों ने उन्हें अपोलो अस्पताल पहुंचाया, लेकिन रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया। उनकी मृत्यु की खबर से पूरे शहर और राजनीतिक हलकों में शोक की लहर फैल गई है।
रात करीब 11 बजे हुआ हादसा
सिरगिट्टी थाना प्रभारी किशोर केंवट के अनुसार, विजय सिंह (56) बुधवार शाम अपने चार दोस्तों के साथ किसी काम से सिरगिट्टी क्षेत्र गए थे। काम निपटाकर रात करीब 11 बजे वे घर लौट रहे थे। रास्ते में ग्राम सिलपहरी के पास सड़क पर खड़े एक भारी वाहन को नहीं देख पाने के कारण तेज रफ्तार कार उससे टकरा गई। दुर्घटना में कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और कार में आगे बैठे विजय सिंह को गहरी चोटें आईं।
हॉस्पिटल ले जाते वक्त तोड़ा दम
हादसे की सूचना मिलते ही आसपास के लोग घटनास्थल पर पहुंचे और घायलों को अपोलो अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टरों ने बताया कि विजय सिंह के सिर में गंभीर चोट लगी थी और रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया था। अपोलो अस्पताल प्रबंधन ने इस संबंध में तत्काल सरकंडा पुलिस को सूचित किया, जिसके बाद मामला सिरगिट्टी पुलिस को सौंपा गया।
परिवार में पहले भी हादसे ने छीनी थी बेटी की जान
विजय सिंह के परिवार पर यह दूसरा बड़ा आघात है। कुछ वर्ष पूर्व उनकी बड़ी पुत्री निशा सिंह भी एक सड़क हादसे का शिकार हो चुकी थीं। गंभीर रूप से घायल होने के बाद उन्हें भी अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां प्लास्टिक सर्जरी के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी।
खेल जगत से भी जुड़ा रहा था नाता
विजय सिंह खेल अधिकारी डॉ. अजय सिंह के छोटे भाई थे। रेलवे क्षेत्र में वे एक सक्रिय ठेकेदार थे और साथ ही विभिन्न धार्मिक गतिविधियों में भी हमेशा बढ़-चढ़कर भाग लेते थे। उनके नेतृत्व में माँ मरी माई पूजा उत्सव का आयोजन किया जाता रहा है । उनके निधन की खबर से न केवल राजनीतिक जगत बल्कि खेल जगत में भी शोक की लहर दौड़ गई है। उन्हें मिलनसार, ऊर्जावान और सेवा भाव से परिपूर्ण व्यक्ति के रूप में जाना जाता था।
आज होगा अंतिम संस्कार
विजय सिंह के परिवार में अब उनकी पत्नी, एक पुत्र और एक पुत्री हैं। स्वजन का कहना है कि गुरुवार को उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। उनके निधन से परिवार के साथ-साथ समूचे क्षेत्र में गहरा शोक व्याप्त है। भाजपा के कई नेताओं और सामाजिक संगठनों ने विजय सिंह के निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त की है।