


“परिवर्तन – एक आशा की किरण” द्वारा आयोजित ऑनलाइन फादर्स डे सेलिब्रेशन में देश के विभिन्न राज्यों के लोगों ने बड़े उत्साह और भावनात्मक जुड़ाव के साथ भाग लिया। महाराष्ट्र, राजस्थान, झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों से प्रतिभागियों ने इस विशेष अवसर को यादगार बना दिया।
इस कार्यक्रम का आयोजन किरण पाठक और प्रीति ठक्कर द्वारा किया गया, जिनका उद्देश्य पिताओं के प्रति सम्मान, प्रेम और कृतज्ञता को अभिव्यक्त करने के लिए एक भावनात्मक मंच प्रदान करना था।
कार्यक्रम में प्रतिभागियों ने अपने विचार, अनुभव और भावनाएँ साझा कीं। इस अवसर पर एक भावपूर्ण कविता ने सबके मन को छू लिया:
“पापा की मुस्कान, दिल को छू जाए,
उनकी बातें, जीवन को नया सिखाए।
पापा का प्यार, हमें मजबूत बनाता है,
उनका आशीर्वाद, हमें आगे बढ़ने का साहस देता है।”

यह कार्यक्रम विशेष रूप से उन लोगों के लिए एक सहानुभूतिपूर्ण मंच बना, जिनके पिता अब इस दुनिया में नहीं हैं। उन्होंने अपने दिल की गहराइयों में छिपे हुए भावनाओं, स्मृतियों और संदेशों को साझा कर न केवल अपने मन को हल्का किया, बल्कि पिताओं के प्रति अपार प्रेम और सम्मान को भी व्यक्त किया।
ऑनलाइन मंच के माध्यम से आयोजित इस कार्यक्रम में देश के कोने-कोने से लोग जुड़े और उन्होंने अपने पिताओं को समर्पित कविताएं, गीत, संस्मरण और संदेश प्रस्तुत किए। यह आयोजन पिता-पुत्र/पुत्री के रिश्ते की गरिमा और भावनात्मक गहराई को उजागर करने वाला एक सुंदर प्रयास था।
फादर्स डे सेलिब्रेशन ने यह संदेश दिया कि पिता चाहे भौतिक रूप से हमारे साथ हों या न हों, उनका प्यार, उनकी सीख और उनकी यादें हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा हैं। इस आयोजन ने न केवल सम्मान और प्रेम को अभिव्यक्त करने का अवसर दिया, बल्कि एक सांस्कृतिक और भावनात्मक एकता का भी उदाहरण प्रस्तुत किया।