एक और पत्नी ने पति को प्रेमी के साथ मिलकर मार डाला, पहले प्रसाद में दिया ज़हर, फिर नदी में फेंका, 3 दिन प्रेमी संग घूमती रही पत्नी, सिद्धार्थनगर की सनसनीखेज वारदात, आठ दिन बाद मिला शव का कंकाल

सिद्धार्थनगर जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति की निर्मम हत्या कर दी। पहले उसे मंदिर दर्शन के बहाने बाहर ले गई, फिर प्रसाद में ज़हर देकर बेहोश किया और पुल से नीचे राप्ती नदी में फेंक दिया। इसके बाद प्रेमी के साथ तीन दिन तक घूमती रही, और पति की गुमशुदगी की झूठी रिपोर्ट दर्ज करा दी। पुलिस ने जब मामले की तहकीकात शुरू की तो साजिश का पूरा राज़ खुल गया।

18 साल पहले की थी लव मैरिज, अब प्रेमी के लिए की हत्या

जानकारी के अनुसार, सिद्धार्थनगर के डेबरुआ थाना क्षेत्र के रेहकट नजरगढ़वा गांव निवासी कन्नन (48) ने करीब 18 साल पहले संगीता (35) से प्रेम विवाह किया था। दोनों का 12 साल का एक बेटा भी है। संगीता की जिंदगी में अचानक एक नया मोड़ तब आया जब दो साल पहले उसकी मुलाकात बलरामपुर निवासी अनिल शुक्ला उर्फ विवेक (27) से ट्रेन में हुई। धीरे-धीरे दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं और अफेयर शुरू हो गया।

संगीता ने अनिल की मुलाकात अपने पति कन्नन से भी करवाई और फिर अनिल का उनके घर आना-जाना शुरू हो गया। कन्नन को जब पत्नी और अनिल के रिश्तों की भनक लगी, तो उसने इसका विरोध करना शुरू कर दिया। लेकिन संगीता हर बार इसे सिर्फ दोस्ती बताकर टालती रही।

सुनियोजित साजिश: ज़हर देकर नदी में फेंका

कन्नन की रोक-टोक से परेशान होकर संगीता ने प्रेमी अनिल के साथ मिलकर उसकी हत्या की साजिश रची। 2 जून को संगीता ने पति को श्रावस्ती स्थित विभूति नाथ मंदिर घूमने चलने के लिए राजी किया। रास्ते में उसने प्रेमी अनिल को भी बुला लिया। तीनों एक ही कार में मंदिर पहुंचे। दर्शन के बाद वापस लौटते समय संगीता ने पति को प्रसाद में ज़हर मिलाकर खिला दिया।

ज़हर का असर होते ही कन्नन बेहोश हो गया। इसके बाद बलरामपुर जिले के कोडारी पुल (जो लगभग 25 फीट ऊंचा है) पर गाड़ी रोकी गई और बेहोशी की हालत में कन्नन को पुल से नीचे राप्ती नदी में फेंक दिया गया।

गुमशुदगी की रिपोर्ट, फिर प्रेमी संग सैर

हत्या को अंजाम देने के बाद संगीता ने मामले को गुमराह करने के लिए 2 जून को ही देबरुआ थाने में पति की गुमशुदगी की ऑनलाइन रिपोर्ट दर्ज करा दी। इसके बाद वह प्रेमी अनिल के साथ तीन दिनों तक बलरामपुर और अन्य जिलों में घूमती रही। 5 जून को वह घर लौटी और परिजनों को बताया कि कन्नन अचानक लापता हो गया है।

कन्नन के भाई बाबूलाल को संगीता पर पहले से ही शक था। उन्होंने 9 जून को थाने में दूसरी गुमशुदगी रिपोर्ट दर्ज कराई और पुलिस से मामले की जांच की मांग की। जब पुलिस ने संगीता से कड़ाई से पूछताछ की, तो उसने हत्या की बात स्वीकार कर ली।

नदी किनारे मिला कंकाल, प्रेमी भी गिरफ्तार

संगीता की निशानदेही पर पुलिस ने कोडारी पुल के पास राप्ती नदी के किनारे खोजबीन शुरू की। 10 जून को पुलिस को वहां एक कंकाल मिला, जिसकी पहचान कन्नन के रूप में की गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और घटनास्थल की स्थिति ने हत्या की पुष्टि कर दी।

पुलिस ने संगीता और उसके प्रेमी अनिल शुक्ला को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों से पूछताछ जारी है। इस हृदयविदारक वारदात से इलाके में सनसनी फैल गई है।

पुलिस का बयान

एसपी सिद्धार्थनगर ने बताया कि महिला और उसके प्रेमी ने मिलकर हत्या की पूरी योजना बनाई थी। संगीता ने अपने प्रेम संबंधों को बनाए रखने के लिए पति की जान ले ली। प्रेमी अनिल, जो उससे आठ साल छोटा है, इस साजिश में बराबरी का भागीदार था। दोनों को जेल भेजा जा रहा है, और मामले में जल्द चार्जशीट दाखिल की जाएगी।

यह मामला एक बार फिर दर्शाता है कि रिश्तों में विश्वास टूटने पर किस हद तक अमानवीयता हो सकती है। पुलिस की सतर्कता और मृतक के भाई की सजगता से यह गुनाह बेनकाब हो सका।

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