


बिलासपुर,
यातायात पुलिस बिलासपुर द्वारा सड़क सुरक्षा और जनहित को ध्यान में रखते हुए नशे की हालत में वाहन चलाने वाले वाहन चालकों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जा रही है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री रजनेश सिंह के निर्देशन तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (यातायात) रामगोपाल कार्यालय के मार्गदर्शन में चलाए जा रहे इस अभियान के अंतर्गत वर्ष 2024-25 के दौरान अब तक 1229 वाहन चालकों के विरुद्ध कार्रवाई की गई है।

इन सभी मामलों को माननीय न्यायालय में प्रस्तुत किया गया, जहाँ आरोपी चालकों पर कुल ₹96,80,100/- का अर्थदंड अधिरोपित किया गया। नशे में वाहन चलाने वालों के विरुद्ध न केवल आर्थिक दंड की कार्यवाही की गई है, बल्कि इनके लाइसेंस निरस्तीकरण एवं वाहन जब्ती की प्रक्रिया भी आरंभ की जा चुकी है।
यातायात पुलिस का मानना है कि नशे में वाहन चलाना सड़क हादसों के प्रमुख कारणों में से एक है। ऐसे चालक न केवल अपनी जान को जोखिम में डालते हैं, बल्कि अन्य मासूम यात्रियों की जान भी खतरे में डालते हैं। कई मामलों में दयनीय पारिवारिक स्थिति का हवाला देकर चालकों ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन अब ऐसी अपीलों पर कोई सहानुभूति नहीं बरती जाएगी।

पुलिस की ओर से नियमित रूप से ब्रीथ एनालाइजर की मदद से चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें शराब सेवन की पुष्टि होने पर मोटर व्हीकल एक्ट की धारा 185 के तहत कानूनी कार्रवाई की जा रही है। पुलिस का स्पष्ट संदेश है कि नशे में वाहन चलाने की स्थिति में न तो कोई रियायत मिलेगी, न ही क्षतिपूर्ति की पात्रता।
यातायात पुलिस का कहना है कि जागरूकता अभियान, सोशल मीडिया प्रचार, और जन अपीलों के बावजूद कुछ जिद्दी और आदतन नशेबाज वाहन चालकों द्वारा नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है, जिससे सख्त कदम उठाना अपरिहार्य हो गया है।
जनहित में अपील:
यातायात पुलिस बिलासपुर आम नागरिकों से अपील करती है कि नशे की हालत में वाहन चलाने से स्वयं भी बचें और दूसरों को भी रोकें। सभी को मिलकर सुरक्षित, सुव्यवस्थित और सुलभ यातायात व्यवस्था के लिए सहयोग करना होगा, ताकि बिलासपुर को सड़क हादसों से मुक्त शहर बनाया जा सके।