
आकाश दत्त मिश्रा


मुंगेली नगर पालिका परिषद के पूर्व अध्यक्ष संतुलाल सोनकर एक बार फिर से विवादों में है। इस बार उन पर और उनके बेटे पर एक कृषि भूमि पर जबरन कब्जा करने का गंभीर आरोप है । भू स्वामी ने इसकी शिकायत एसपी से कर कार्यवाही की मांग की है। पिता पुत्र को भू माफिया बताकर कहा गया कि वे इसी तरह से दूसरों की जमीनों पर कब्जा करते हैं। उन पर भी उनकी यह भूमि बेचने का दबाव बनाया गया था और नहीं बेचने पर उस पर जबरन कब्जा किया जा रहा है। विरोध करने पर जान से मारने की धमकी दी जा रही है।
मुंगेली जिले के निवासी मोहम्मद हारून ने शहर के जाने-माने कालोनाइजर आशीष सोनकर और उसके परिवार पर गंभीर आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत में हारून ने कहा है कि आशीष सोनकर द्वारा षड़यंत्रपूर्वक उनकी कृषि भूमि पर जबरन कब्जा किया जा रहा है।

हारून के अनुसार, ग्राम रेजुटा में स्थित उनकी जमीन, खसरा नंबर 4.7.1, जो रायपुर रोड से लगे बाईपास मार्ग से महज 500 मीटर की दूरी पर स्थित है, पर उनकी अनुपस्थिति में सोनकर परिवार द्वारा लगभग 30–35 फीट गहराई तक पूरी लंबाई में सीमेंट के खंभे गाड़ दिए गए। जब हारून ने इस पर आपत्ति जताई, तो उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई और झूठे मुकदमे में फंसाने की बात कही गई। बताया जा रहा है कि इस मामले में स्वयं संतुलाल सोनकर ने भू स्वामी को धमकाते हुए कहा कि यह जमीन उनकी है और अगर हारून ने खंबे को नुकसान पहुंचाया तो उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी।
शिकायत के अनुसार, दिनांक 23 मई को शाम 5 से 6 बजे के बीच आशीष सोनकर 40–50 लोगों को साथ लेकर ट्रैक्टर द्वारा जमीन की ड्रिलिंग करवा रहा था, जिसका विरोध करने पर गाली-गलौच व धमकियाँ दी गईं। बताया जा रहा है कि इस दौरान आशीष सोनकर ने कहा कि या तो यह जमीन उसे बेच दी जाए या फिर जमीन छोड़ दे ,क्योंकि वह आशीष सोनकर का कुछ नहीं बिगाड़ सकते।
हारून का आरोप है कि आशीष सोनकर व उसका परिवार पूर्व में भी इसी प्रकार से कई विवादित जमीनों की जबरन खरीदी-बिक्री में शामिल रहा है, और यह घटना उसी साजिश का हिस्सा है।
मो हारून ने पुलिस अधीक्षक, मुंगेली से मामले में उचित कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
इस मामले में फिलहाल सोनकर परिवार का पक्ष सामने नहीं आया है, इसके बाद स्थिति स्पष्ट होगी।