

बिलासपुर। लंबे इंतजार के बाद शहर और आसपास के क्षेत्रों की सड़कों की मरम्मत और डामरीकरण का काम अब शुरू होने जा रहा है। नगर निगम और लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने सड़क निर्माण की तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया है। जिन परियोजनाओं के वर्कऑर्डर जारी हो चुके हैं, उन ठेकेदारों को तत्काल डामर प्लांट चालू करने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि 15 अक्टूबर से एक साथ निर्माण कार्य की शुरुआत की जा सके।
अब गड्ढों की जगह दिखेगा नया डामर
पिछले कुछ महीनों से रुक-रुककर हो रही बारिश के कारण शहर की सड़कें बदहाल हो गई थीं। जगह-जगह गड्ढे और टूटी सतह के चलते लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही थी। बारिश थमने और मौसम साफ होने की संभावना को देखते हुए अब प्रशासन ने फुल प्रिपरेशन मोड में काम शुरू कर दिया है।
अधिकारियों के मुताबिक, जिन सड़कों की टेंडर प्रक्रिया अभी चल रही है या वर्कऑर्डर जारी नहीं हुए हैं, उनमें करीब एक माह का समय और लग सकता है। लेकिन जिनके आदेश पहले ही जारी हो चुके हैं, उनका काम तय तिथि से शुरू किया जाएगा।

मरम्मत कार्य फिलहाल जारी
आम लोगों को तत्काल राहत देने के लिए निगम फिलहाल सड़कों की अस्थायी मरम्मत करा रहा है। मंगलवार को जूना बिलासपुर क्षेत्र की टूटी सड़क की मरम्मत का कार्य पूरा किया गया। अधिकारियों का कहना है कि स्थायी समाधान डामर बिछाने से ही होगा, जिसके लिए सभी तैयारियां लगभग पूरी हैं।
गांधी चौक से तारबाहर तक ऊंचे होंगे डिवाइडर
शहर की सबसे व्यस्त सड़कों में शामिल गांधी चौक से तारबाहर मार्ग पर डामरीकरण की तैयारी तेज हो गई है। इस सड़क पर अब ऊंचे डिवाइडर बनाए जाएंगे ताकि वाहनों की हेडलाइट की चमक सामने से आने वाले चालकों की आंखों पर न पड़े। गड्ढों की मरम्मत और नया डामर बिछाने का काम सबसे पहले इसी मार्ग से शुरू होगा।
इन सड़कों पर पहले होगा डामरीकरण
सड़क का नाम दूरी (किमी) राशि (करोड़ रु.) गांधी चौक से तारबाहर 1.10 2.50 हिरों से बिल्हा रोड 3.80 10.07 चकरभाठा से दगौरी 14.05 11.29 तारबाहर से नगपुरा 1.08 1.30 दगौरी से मोहतरा 2.50 2.84
इन सड़कों की प्रक्रिया जारी
कोनी से मोफ्का तक 14 किलोमीटर सड़क का टेंडर फिलहाल प्रक्रिया में है। इसका वर्कऑर्डर अगले डेढ़ महीने में जारी होने की उम्मीद है। वहीं नेहरू चौक से दर्रीघाट सड़क का तकनीकी परीक्षण जारी है, जिसके बाद इस माह के अंत तक आदेश मिलने की संभावना है। इसके अलावा नेहरू चौक से लालखदान तक डामरीकरण की योजना भी तय कर ली गई है।
41 साल बाद बनेगी सड़क, खत्म होगा गांव का अलगाव
बेलतरा विधानसभा क्षेत्र के भरदैयाडीह से गोंदझ्या तक सड़क निर्माण के लिए 1.75 करोड़ रुपये की प्रशासनिक मंजूरी मिल गई है। खास बात यह है कि इस सड़क के अभाव में ग्रामीणों ने 2018 विधानसभा चुनाव का बहिष्कार कर दिया था। विरोध के चलते दोपहर 3:45 बजे पहला वोट डाला गया था। अब 1984 के बाद पहली बार यहां सड़क बनने जा रही है, जिससे बड़ी आबादी को राहत मिलेगी। बरसात के दिनों में गांव का संपर्क पूरी तरह शहर से कट जाता था, लेकिन सड़क बनने के बाद अब यह समस्या दूर हो जाएगी।
प्रशासन ने कहा – “इस बार देरी नहीं होगी”
अधिकारियों का कहना है कि इस बार सड़क निर्माण कार्य में देरी नहीं होने दी जाएगी। सभी संबंधित विभागों को समन्वय बनाकर काम करने और गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए हैं। 15 अक्टूबर से शहर और ग्रामीण इलाकों में एक साथ डामरीकरण का दौर शुरू होगा, जिससे आने वाले दिनों में लोगों को गड्ढों से निजात मिल सकेगी।
