

बिलासपुर, आगामी 12 अप्रैल को हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर बिलासपुर में विशेष आयोजन की तैयारियाँ जोरों पर हैं। शहरभर के मंदिरों में सजावट का कार्य प्रारंभ हो चुका है और श्रद्धालुओं में उत्साह का माहौल देखा जा रहा है।
हर वर्ष की भांति इस बार भी हनुमान जन्मोत्सव बड़े धूमधाम से मनाया जाएगा। विभिन्न धार्मिक एवं सामाजिक संगठनों द्वारा भव्य शोभायात्रा, भजन संध्या, हवन-पूजन एवं प्रसाद वितरण जैसे कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार की जा रही है। खासकर शहर के प्रमुख हनुमान मंदिरो में विशेष पूजा-अर्चना की जाएगी।
पुराणों के अनुसार हनुमान जी का जन्म चैत्र मास की पूर्णिमा तिथि को माता अंजना और केसरी के घर हुआ था। उन्हें भगवान शिव का रूद्रावतार भी माना जाता है। एक कथा के अनुसार, जब राजा दशरथ को यज्ञ के फल के रूप में संतान प्राप्ति हेतु खीर मिली, तब वह खीर वायुदेव की कृपा से अंजना माता को भी प्राप्त हुई, जिससे हनुमान जी का जन्म हुआ। वायुदेव को उनके पिता तुल्य माना जाता है, इसलिए वे पवनपुत्र हनुमान कहलाए।
हनुमान जी को शक्ति, भक्ति, और सेवा का प्रतीक माना जाता है। रामायण के अनुसार, उन्होंने भगवान श्रीराम की भक्ति में अपना सम्पूर्ण जीवन समर्पित कर दिया। उनके जन्मोत्सव के अवसर पर भक्तगण सुंदरकांड का पाठ, हनुमान चालीसा का पाठ और राम भक्ति गीतों के माध्यम से उन्हें स्मरण करेंगे।
संगठनों ने आमजन से अनुरोध किया है कि वे पर्व में शामिल होकर धर्म और संस्कृति के इस महापर्व को और भव्य बनाएं।
हनुमान जन्मोत्सव के इस अवसर पर पूरा बिलासपुर श्रद्धा, भक्ति और उल्लास के रंग में रंगा नजर आएगा।
सिद्ध पीठ दक्षिणमुखी हनुमान मंदिर में भी होगा विशेष आयोजन
हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी जूना बिलासपुर हटरी चौक स्थित सिद्ध पीठ दक्षिण मुखी हनुमान मंदिर में तीन दिवसीय हनुमान जन्मोत्सव का आयोजन किया जाएगा। इसका आरंभ 11 अप्रैल शुक्रवार को होगा। यहां दोपहर 3:00 बजे पूजन, हवन और मातृ शक्ति द्वारा सुंदरकांड का पाठ किया जाएगा। संध्या 7:00 बजे आरती पश्चात भोग प्रसाद का वितरण होगा।
12 अप्रैल शनिवार जन्म उत्सव के दिन प्रात 5:00 बजे से ही जलाभिषेक, दुग्धाभिषेक, चोला लेपन, श्रृंगार आरंभ होगा। सुबह 7:00 बजे आरती होगी। दिनभर भक्त हनुमान जी की पूजा अर्चना करेंगे। सांयकाल 6:15 बजे महाआरती होगी। तत्पश्चात प्रसाद का वितरण किया जाएगा ।
13 अप्रैल रविवार को भी दोपहर 4:00 बजे सुंदरकांड का पाठ होगा। शाम को आरती और महाप्रसाद का वितरण होगा, जिसकी तैयारी में आयोजक जुटे हुए हैं।

