

बुधवार से नगर नगरीय निकाय चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया आरंभ हो गई। इधर अब तक किसी भी राजनीतिक दल ने प्रत्याशियों को टिकट नहीं दिया है, लेकिन इसकी कवायद युद्ध स्तर पर जारी है। भाजपा द्वारा 23 जनवरी को पार्षदों का और हर हाल में 25 जनवरी तक महापौर एवं अध्यक्ष प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर दी जाएगी । भाजपा में पार्षद के दावेदारों के नाम मंडल स्तर से जिला कमेटी को भेज दिए गए हैं। वही महापौर के लिए पैनल बनाया जा रहा है। भाजपा प्रत्याशियों के चयन को लेकर प्रोटोकॉल बना दिया गया है। पार्षद के दावेदारों के नाम मंडल और मेयर के दावेदारों का पैनल जिला कमेटी बनाएगी। अधिकांश वार्डो में रायशुमारी से पार्षद प्रत्याशियों के लिए सिंगल नाम तय कर लिए गए हैं । जहां असमंजस की स्थिति है वहां पैनल में तीन-तीन नाम आगे बढ़ाए गए हैं। चयन समिति के साथ स्थानीय विधायक इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
आरक्षण के बाद कई वार्डों में स्थिति बदली है, कई स्थानों पर जहां भाजपा पुराने प्रत्याशियों को ही रिपीट करना चाहती है तो वहीं कई स्थानों पर स्थानीय मांग और बदली हुई परिस्थितियों के कारण नये प्रत्याशी उतारने पड़ सकते हैं। उन्ही में से एक है सरकंडा क्षेत्र का वार्ड क्रमांक 61 पंडित देवकीनंदन दीक्षित नगर, जहां पैनल में तीन नाम आगे बढ़ाए गए हैं ।
अरपा पार वार्ड क्रमांक 61 भाजपा का गढ़ रहा है। यहां भाजपा प्रत्याशी की जीत सुनिश्चित बताई जा रही है। इस बार यह वार्ड अनारक्षित है। वर्तमान में यहां भाजपा की पार्षद सीमा राजेश दुसेजा है जिनके पति राजेश दुसेजा ने एक बार फिर से दावेदारी की है। इधर पिछली बार कांग्रेस के टिकट पर पार्षद चुनाव लड़ने वाले भारत जुरयानी भी इस बार भाजपा से ही पार्षद के लिए टिकट मांग रहे हैं। इनके बीच नया चेहरा बिंदु सिंह कछवाहा कई वजहो से चर्चा में है। राजनीतिक, सामाजिक और धार्मिक क्षेत्र में उनकी लगातार सक्रियता, मिलनसार स्वभाव, सभी वर्गों में उनकी लोकप्रियता उन्हें मजबूती प्रदान कर रही है। पैनल में शामिल तीन नाम में भी बिंदु की स्थिति बेहतर मानी जा रही है।
एक तो राजेश दुसेजा का स्वास्थ्य इन दिनों ठीक न रहने के कारण वार्ड में उनकी सक्रियता अनिश्चित है, तो वहीं स्थानीय महिलाओं का मानना है कि महिलाओं को लेकर उनका व्यवहार बेहद कठोर एवं आपत्तिजनक और अस्वीकार्य है। महिलाओं ने उदाहरण देते हुए कहा कि नवरात्र पर जब उनकी महिला समिति दुर्गा पूजा के लिए पार्षद से सहयोग मांगने गई थी तो उन्हें अपमानित करते हुए दुत्कार दिया गया था , इसलिए वार्ड की महिला मतदाता चाहती है कि इस बार उनके वार्ड का प्रतिनिधित्व किसी महिला को ही दिया जाए।
एक और दावेदार भारत जुरयानी की पार्टी के प्रति निष्ठा संदिग्ध है, क्योंकि विगत चुनाव में ही वे कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में वार्ड से चुनाव लड़कर हार चुके हैं ।
ऐसे में बिंदु सिंह कछवाहा हर कसौटी पर बेजोड़ साबित हो सकती है। स्वयं आत्मनिर्भर होने के साथ बिंदु लगातार महिलाओं को भी आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रतिबद्ध नजर आ रही है । सामाजिक क्षेत्र में भी उनके क्रियाकलाप उल्लेखनिय रहा हैं । उनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि भी उन्हें और मजबूती प्रदान करती है । मेन स्ट्रीम और सोशल मीडिया पर उनकी सक्रियता उन्हें अलग लेवल पर ले जाती है। बिंदु सिंह ने चर्चा के दौरान बताया कि अगर भारतीय जनता पार्टी उन्हें अवसर देती है तो वह पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ न केवल यह चुनाव लड़ेगी बल्कि जीतेंगी और इस वार्ड की एक जागरूक नागरिक होने की वजह से वार्ड की एक-एक समस्या से वह अवगत है, जिनके निराकरण के लिए वह पूरे समर्पण से काम करेंगी। उन्होंने आगे कहा कि बड़े नेताओं से हुई चर्चा से उन्हें यह भरोसा है कि उन्हें ही भाजपा से टिकट दिया जाएगा।
इधर वार्ड वासियों से मिले रुझान भी यही इशारा करते हैं कि पैनल में शामिल तीनों नाम में से बिंदु सिंह कछवाहा की दावेदारी ही प्रबल है। अब फैसला किसके पक्ष में जाता है इसके लिए थोड़ी प्रतीक्षा तो करनी ही होगी।